खंडवा : मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में आदिवासी क्षेत्रों में धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगो को गिरफ्तार किया। आरोप है की पकडे गए तीनों आरोपी पिपलोद थाने के सीता बेड़ी वन ग्राम में आदिवासियों को क्रिश्चियन धर्म अपनाने का प्रलोभन दे रहे थे। तीनो ही आरोपी बरेला आदिवासी समाज से है और कन्वर्टेड क्रिश्चन है।
यह लोग अपने ही समाज के लोगों को बीमारी का इलाज करने के बहाने धर्म परिवर्तन करने के लिए मोटिवेट कर रहे थे। एक स्थानीय युवक की शिकायत पर पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर न्यायलय में पेश किया।
मामला पिपलोद थाने का है। जंगल में बसे सीता बेड़ी वनग्राम में बाहर से आए तीन लोगो और उनके साथ की कुछ महिलाओं ने आदिवासियों को बीमारी का इलाज करने के नाम पर एक जगह इकट्ठा किया। इन लोगो ने उपस्थित आदिवासियों को ईशा मसीह को अपना भगवान् मानने और उनके लॉकेट को गले में पहनने से सभी परेशानियों से मुक्ति पाने का रास्ता बताया।
शिकायतकर्ता अनिल सिंह चौहान ने बताया की ईसाई धर्म अपनाने पर इन आदिवासियों को बेहतर शिक्षा और विदेश भ्रमण करने का प्रलोभन भी दिया। अनिल सिंह चौहान ने धर्म परिवर्तन के लिए उकसाने वाली बात की शिकायत पुलिस को की।
शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है खण्डवा एडिशिनल एसपी महेंद्र तारणेकर ने बताया की धर्म परिवर्तन करवाने वाले तीनो आरोपी खरगोन और बुरहानपुर जिले के कन्वर्टेड क्रिश्चन है। पहले यह भी आदिवासी ही थे। पुलिस ने मौके से क्रिश्चयन साहित्य और लॉकेट बरामद किये है |