बुरहानपुर- मंगलवार को स्थानीय कलेक्टर कार्यालय में प्रशासन द्वारा रेत ठेकेदारों एवं ट्रैक्टर-ट्रॉली एसोसिएशन के बीच बैठक-वार्ता आयोजित की गई। करीब 2 घंटे चली बैठक में जिला प्रशासन की उपस्थिति में ट्रैक्टर-ट्रॉली एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा अड़े रहने के कारण रेत ठेकेदारों एवं ट्रैक्टर-ट्रॉली एसोसिएशन के बीच निर्णय नहीं हो सका।
वार्ता में ठेकेदारों द्वारा रायल्टी निर्धारित करने से संबंधित वास्तविक तथ्य रखे गए। जिसमें कहा गया कि ट्रैक्टर-ट्रॉली एसोसिएशन द्वारा अवैधानिक रूप से रायल्टी का विरोध किया जा रहा है। चूंकि किसी भी क्षेत्र में किसी भी वस्तु का मूल्य निर्धारण करने का अधिकार परिवहन करने वालों को या ट्रांसपोर्टर को नहीं रहता। चाहे वह सीमेंट, सलिया, गिट्टी, ईंट, टाईल्स हो या कोई बिल्डिंग मटेरियल हो, इसके मूल्य का निर्धारण निर्माता करता है। उसी प्रकार से रेत की रायल्टी को तय करने का अधिकार रेत ठेकेदार का है ना कि ट्रैक्टर-ट्रॉली (परिवहन करने वाले) वालों का।
वार्ता के दौरान ठेकेदार बबलू चौधरी ने कहा कि तर्क संगत रूप से अगर रायल्टी के मूल्य का निर्धारण होता है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। रेत ठेकेदारों द्वारा तर्क रखा गया कि ठेकों की मूल्य में 17 से 18 गुना महंगे होने के बावजूद भी हमारे द्वारा मात्र ढाई गुना की वृद्धि की गई है। बुरहानपुर में वर्तमान में 3400 से 3500 रूपए में मय रायल्टी के रेत उपलब्ध है। जो कि आसपास के क्षेत्र ही नहीं पूरे प्रदेश में सबसे कम है।
बैठक में ट्रैक्टर-ट्रॉली एसोसिएशन पदाधिकारियों द्वारा रायल्टी 3000 रूपए से घटाकर 1500 रूपए करने की मांग रखी गई। दोनों पक्षों से तर्क-वितर्क के बाद रेत ठेकेदारों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों एवं गणमान्य नागरिकों के आग्रह पर एवं शहर के हित में 3000 रूपए से सीधे 800 रूपए घटाकर 2200 रूपए सहमति बनती हुई सी प्रतित हो रही थी। परंतु ट्रैक्टर-ट्रॉली एसोसिएशन के कुछ सदस्यों के अड़ियल रवैये के कारण 1500 से मात्र 300 रूपए बढ़ाकर 1800 रूपए रायल्टी करने की बात कही जाती रही। जिसके कारण वार्तालाप विफल हो गई। इसमें ट्रैक्टर-ट्रॉली एसोसिएशन के कुछ सदस्यों का व्यक्तिगत हित एवं राजनीतिक कारण नजर आया, जिसके चलते उनकी मांग अनुचित प्रतित हुई।
इस समुचे घटनाक्रम में रेत ठेकेदारों का नरम रूख एवं ट्रैक्टर-ट्रॉली एसोसिएशन के कुछ सदस्यों का अनुचित मांग पर अड़े रहना यह दर्शाता है कि इसके पीछे किसी तरह का राजनैतिक षडयंत्र एवं कुछ सदस्यों का निजी हित के चलते वह किसी तरह का समझौता करना ही नहीं चाहते।
विस्तृत तुलनात्मक सारणी में बताया जा रहा है कि किस अनुपात में ठेका राशि बढ़ी है।
खदान का नाम पूर्व ठेके की राशि वर्तमान ठेका राशि ठेका राशि गुना बढ़ोतरी
नाचनखेड़ा 4,17,000 40,16,000 09.63 गुना
हतनूर 8,61,000 1,50,51,000 17.48 गुना
बोरगांवखुर्द 6,13,000 20,25,000 03,30 गुना
सुखपुरी 2,58,786 15,21,000 05.87 गुना
रेहटा 67,000 12,21000 18.22 गुना
गव्हाना 11,51,000 40,07,000 03.48 गुना
शहर बुरहानपुर के आसपास लगे अन्य शहर एवं जिलों में (जो 100 किमी एवं इससे अधिक की दूरी पर) रायल्टी कितनी है, यह भी देखा जाना आवश्यक है। प्राप्त की गई जानकारी अनुसार दर्यापुर (खकनार) में जो रायल्टी ली जा रही है वह लगभग 2500 रूपए प्रति ट्रॉली, धारणी ( जिला अमरातवी) में 4000, लचोरा (जिला हरदा) में 3500 से 4000, चीपावर में 3500 से 4000 रूपए रायल्टी है।
मध्यप्रदेश के जिन प्रमुख शहरों में आम जनमानस एवं उपभोक्ताओं को जो दरों पर रेत उपलब्ध हो रही है, इस हेतु निम्नलिखित शहरों में प्रचलित रेत प्रति ट्रैक्टर-ट्रॉली की कीमत निम्नलिखित है।
क्र शहर का नाम प्रति रेत ट्रॉली
1 इंदौर 7200
2 भोपाल 5000 से 7500 तक
3 खंडवा 7000
4 खरगोन 5000
5 धारणी (जिला अमरावती) 5500 से 6000
6 बुरहानपुर 3400 से 3500