मुंबई- महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र में शनिवार को हंगामा देखने को मिला। विपक्षी विधायकों ने विधानसभा से बाहर आकर बजट की कॉपियां जला दी। महाराष्ट्र विधानसभा में शनिवार को राज्य का बजट पेश किया गया। महाराष्ट्र में शराब के दाम बढ़ा दिए गए हैं, यहां वेट 23.08 फीसदी से बढ़ाकर 25.93 फीसदी कर दिया है। सेंट्रल रोड़ फंड के तहत 2211 किलोमीटर के सड़कों को सुधारा जाएगा, इसके साथ ही 252 बड़े पुल बनाए जाएंगे। महाराष्ट्र रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट कंपनी बनाने के लिए 50 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।
वहीँ दूसरी तरफ बजट के दौरान शिवसेना ने महाराष्ट्र में अपनी सहयोगी पार्टी बीजेपी के सामने किसानों के कर्ज माफी करने की मांग रखी है। किसानों के कर्ज माफी के लिए शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में बीजेपी पर निशाना साधा है। सामना में लिखा है, ‘’कांग्रेस के शासन में किसान पूरी तरह बर्बाद हो गया था और आत्महत्या के रस्ते पर चलने लगा था, तब शिवसेना और बीजेपी ने मिलकर कर्ज मुक्ति का नारा दिया था। “सत्ता दो, क़र्ज़ मुक्ति करेंगे। ” ऐसे नारा देने वाले और कांग्रेस से ऐसी मांग करने वाले हम ही थे. अब किसानों को पीठ दिखा कर कैसे कामचलेगा। ’’
सामना में आगे लिखा है, ‘’सत्ता और नशा अच्छे अच्छे को बुद्धि नष्ट कर देता है, लेकिन किसानों के मामले में ऐसा नहीं चलेगा, जिसके कारण किसानों की दुर्दशा हुई। बीजेपी को उत्तर प्रदेश के चुनावो में जबरदस्त जीत मिली जिसका उत्साह उन्होंने पूरे देश में मिठाईया बांट कर मनाया। उत्तर प्रदेश में भी आपने वादा किया था कि सत्ता में आते ही किसानों के क़र्ज़ को माफ़ कर देंगे, इसीलिए अब किसानों के साथ छल मत करो। ’’
बता दें कि 16 मार्च को किसानों की कर्जमाफी पर महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार को शिवसेना ने अल्टीमेटम दिया था। शिवसेना ने कहा है कि सरकार दो दिन में कर्जमाफी का फैसला ले इससे पहले विधानसभा में बजट पास नहीं होने देंगे। किसानों के मुद्दे पर उद्धव ठाकरे ने 15 मार्च को शिवसेना के विधायकों के साथ बैठक में फैसला लिया था कि जो राहत यूपी के किसानों को देने का पीएम मोदी ने वादा किया है, वही राहत महाराष्ट्र के किसानों को भी दी जानी चाहिए। [एजेंसी]