मुंबई : महाराष्ट्र सियासी उलटफेर कर बीजेपी के सत्ता में आने के बाद पार्टी के नेताओं के बयानों का दौर जारी है। महाराष्ट्र बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि उन्होंने पहले ही कहा था कि क्रिकेट और राजनीति में कुछ भी संभव है और अब लोग उनके कहने का मतलब समझ गए होंगे। उधर, बीजेपी ने इस पूरे मामले में आक्रामक रुख अपना रखा है और पूरे घटनाक्रम के लिए शिवसेना को जिम्मेदार ठहराया है।
गडकरी ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘मैंने पहले ही कहा था कि क्रिकेट और राजनीति में कुछ भी संभव है। अब आप समझ सकते हैं कि मेरे कहने का क्या मतलब था।’ इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने भी शपथ लेने के बाद शिवसेना पर निशाना साधा था। फडणवीस ने कहा कि राज्य को खिचड़ी सरकार की जरूरत नहीं थी। शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया, इसलिए हमें यह कदम उठाना पड़ा।
बताया जा रहा है कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बीजेपी-एनसीपी की सरकार को बहुमत साबित करने के लिए 30 नवंबर तक का वक्त दिया है। उधर, अजित पवार ने शपथ लेने के बाद कहा कि महाराष्ट्र में किसानों की समस्या हमारी प्राथमिकता है। अजित पवार ने कहा कि चुनाव परिणाम के दिन से ही कोई भी पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में नहीं थी। महाराष्ट्र कई समस्याओं का सामना कर रहा है, जिसमें किसानों का मुद्दा शामिल है। इसलिए हमने एक स्थिर सरकार बनाने का फैसला किया।
इस बीच एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा है कि राज्य में नवनियुक्त सरकार का एनसीपी को समर्थन नहीं है। उन्होंने दो टूक कहा कि बीजेपी सरकार के साथ सिर्फ अजित पवार गए हैं, एनसीपी नहीं। उन्होंने कहा कि उनके पास अब भी विधायकों की पर्याप्त संख्या है और हमारे (शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस) गठबंधन की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि एनसीपी विधायक दल के नेता के रूप में अजित पवार के पास सभी पार्टी विधायकों का हस्ताक्षर था। इतना तय है कि विधानसभा के पटल पर देवेंद्र फडणवीस सरकार अपना बहुमत साबित नहीं कर सकेगी। उन्होंने कहा कि शिवसेना और एनसीपी उन विधायकों को चेतावनी भी दी जो बीजेपी के साथ जाने का मन बना रहे हैं।
शिवसेना और एनसीपी की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के थोड़ी ही देर बार कांग्रेस ने मीडिया से बात की। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनैतिक सलाहकार और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, ‘जैसे ही शरद पवार दिल्ली में आए। उनके घर दो बैठकें हुईं। सबकुछ तय हो गया था। कुछ चीजें शिवसेना के साथ तय होना था बस। एक दो मुद्दों पर ज्यादा चर्चा की जरूरत थी इसलिए हम 12 बजे मिलने वाले थे। इससे पहले आज सुबह जो कांड हुआ उसकी आलोचना करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। एनसीपी से कुछ लोग बाहर निकले, उन्होंने एक लिस्ट दे दी। जिससे यह घटना घटी।’