हादसा तब हुआ जब कंपनी में 66 कर्मचारी काम कर रहे थे। घटना के तुरंत बाद पुलिस और अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं। जांच के बाद हीं साफ हो पायेगा कि यह हादसा किस वजह से हुई। उल्लेखनीय है कि जनवरी में तारापुर के इसी केमिकल जोन की एक अन्य फैक्ट्री में भी विस्फोट हुआ था। तब छह लोगों की मौत हुई थी। दूसरी तरफ, राज्य में सोमवार सुबह तक संक्रमितों की संख्या 2006 हो गई।
मुंबई: कोरोना संकट के बीच महाराष्ट्र के पालघर में एक सैनेटाइजर और हैंडवॉश बनाने वाली फैक्ट्री में धमाका हुआ। सोमवार सुबह करीब 11:30 बजे हुए इस धमाके में दो लोगों की मौत हो गई है और कुछ लोग जख्मी हैं। बताया जा रहा है कि आवश्यक वस्तु होने के चलते लॉक डाउन के पीरियड में हैंड वाश और सैनेटाइजर बनाने वाली कंपनी में काम जारी था। इसी बीच सोमवार को फैक्ट्री के रिएक्टर में ब्लास्ट हो गया। आपको बता दें कि सरकार ने लॉकडाउन के दौरान जरूरी सामान बनाने वाली फैक्ट्रियों में काम की मंजूरी दे रखी है।
बताया जाता है कि यह हादसा तब हुआ जब कंपनी में 66 कर्मचारी काम कर रहे थे। घटना के तुरंत बाद पुलिस और अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं। जांच के बाद हीं साफ हो पायेगा कि यह हादसा किस वजह से हुई। उल्लेखनीय है कि जनवरी में तारापुर के इसी केमिकल जोन की एक अन्य फैक्ट्री में भी विस्फोट हुआ था। तब छह लोगों की मौत हुई थी। दूसरी तरफ, राज्य में सोमवार सुबह तक संक्रमितों की संख्या 2006 हो गई।
रविवार को 224 नए मरीज मिले। 22 की मौत हो गई। मुंबई संक्रमण का एपिसेंटर बना हुआ है। यहां कुल 1400 संक्रमित मिल चुके हैं। राज्य में अब तक 149 की मौत हुई है। इसमें 91 मुंबई के हैं। मुंबई में संक्रमण पर काबू पाने के लिए बीएमसी में 9 आईएएस अफसरों को तैनात किया गया है। आमतौर पर बीएमसी में पांच आईएएस होते हैं। लेकिन, उद्धव सरकार ने चार अतिरिक्त अफसरों को यहां तैनात किया है। जिन अफसरों के पास मुंबई को संक्रमण से बचाने की जिम्मेदरी है उनमें, बीएमसी कमिश्नर प्रवीण परदेशी, एडिशनल कमिश्नर का काम कर चुकीं मनीषा म्हैसकर, अश्विनी भिड़े, एम. रामास्वामी, सुरेश काकानी, आशुतोष सलिल, पी. वेलूरासू, ए. जरहाड, जयश्री भोज हैं।