मुंबई- केंद्र के साथ महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में भी विस्तार की चर्चा है और राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस संभवत: नौ जुलाई तक अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, कुछ नामों पर सहमति के लिए फडणवीस ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की है। ऐसे में उद्धव की नाराजगी का असर महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के विस्तार में भी दिखने की आशंका जताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार उद्धव ठाकरे और राज्यसभा सदस्य संजय राऊत द्वारा लगातार मोदी व भाजपा के खिलाफ दिए जा रहे बयानों से सीएम व पार्टी के अन्य नेता बेहद खफा बताए जा रहे हैं। शिवसेना ने एक अतिरिक्त कैबिनेट मंत्रिपद और दो राज्यमंत्री पद के साथ कुछ महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जो मांग की थी, मंत्रिमंडल विस्तार में वह पूरी करने के मूड में सीएम नहीं हैं। 2017 में होने वाले मुंबई मनपा चुनाव भी भाजपा अकेले लड़ने के पक्ष में है। इस वजह से भी भाजपा के अधिकांश बड़े नेता शिवसेना को अतिरिक्त मंत्रिपद या महत्वपूर्ण विभाग देकर मजबूत करना नहीं चाहते।
वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार नंबर दो का विभाग कहे जाने वाले राजस्व मंत्रालय की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैं। लिहाजा यह विभाग सहकारिता व लोनिवि मंत्री चंद्रकांत पाटिल को सौंपी जा सकती है। ऐसा करने पर उनका वस्त्रोद्योग व विपणन विभाग किसी और को दिया जा सकता है। सीएम के करीबी गृह राज्यमंत्री राम शिंदे को पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है। इसी तरह पंकजा मुंडे का जलसंधारण और विनोद तावड़े का चिकित्सा शिक्षण विभाग छिने जाने की संभावना है। इसी तरह अन्य मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल संभव है।