मुंबई- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने एक वृक्षारोपण अभियान के दौरान शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ सुलह की पहल करते हुए कहा कि आज दोस्ती का बीज बोया गया है जो भविष्य में एक बड़ा वृक्ष बन जाएगा। इस पर ठाकरे ने जवाब दिया है कि जहां भी समर्थन की जरूरत होगी, मैं कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहूंगा।
हाल में शिवसेना और बीजेपी के बीच कटु शब्दों के आदान प्रदान के बीच दोनों नेताओं ने शुक्रवार को माहिम नेचर पार्क में एक दूसरे के प्रति दोस्ताना रूख दिखाया। दोनों ने राज्य में वन आवरण को बढ़ावा देने के लिए दो करोड़ पौधे लगाने से जुड़ी राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी पहल के उपलक्ष्य में वहां वृक्षारोपण किया।
इस मौके पर फडणवीस ने कहा कि उन्होंने ठाकरे द्वारा बोए गए पौधे को मिट्टी और पानी दी है और इससे ‘‘सही संदेश’’ जाएगा। उन्होंंने कहा कि हमने दोस्ती का जो पौधा बोया है वह बरगद वृक्ष जैसे एक बड़े वृक्ष का रूप ले लेगा।ठाकरे ने ग्लोबल वार्मिंग के खतरे की तरफ ध्यान दिलाते हुए कहा कि दुनिया के कुछ शहर डूब जाएंगे और इस सूची में मुंबई शामिल है।
मैं यहां काम बिगाडऩे नहीं आया हूं। जब भी समर्थन की जरूरत होगी, मैं कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहूंगा। अच्छी शुरूआत का अंत अच्छा हीं होता है। फडणवीस ने पर्यावरण को लेकर ठाकरे की चिंता को सही ठहराते हुए कहा कि हम प्रकृति से इतना कुछ ले रहे हैं लेकिन उसे कभी कुछ वापस नहीं दिया जो सही नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हम अगली पीढ़ी के लिए कुछ बचाकर नहीं रखेंगे और कुछ नहीं देंगे तो प्रकृति भी हमें बदले में कुछ नहीं देगी।