मुंबई : महाराष्ट्र में सत्ता के संघर्ष का अंतिम नतीजा मंगलवार को निकल सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को फ्लोर टेस्ट की बात कही है। अब विधानसभा में एनसीपी का विप कौन होगा, यह अहम सवाल बन चुका है। एक तरफ बीजेपी का कहना है कि उसे समर्थन करने वाले एनसीपी के नेता अजित पवार पर ही विप जारी करने का अधिकार है। दूसरी तरफ एनसीपी कह रही है कि अब यह हक जयंत पाटील का है, जो विधायक दल के नए नेता बने हैं। खुद शरद पवार ने सोमवार को कहा था कि अजित पवार के पास विप जारी करने का कोई अधिकार नहीं है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी लीडर रावसाहेब दानवे पाटील का कहना है कि अजित पवार ही नेता माने जाएंगे।
इस बीच महाराष्ट्र सचिवालय के सचिव राजेंद्र भागवत ने कहा, ‘सचिवालय को एक पत्र मिला है, जिसमें जयंत पाटील को एनसीपी विधायक दल का नेता बनाए जाने की बात है। हालांकि अब तक स्पीकर की ओर से फैसला नहीं लिया गया है।’ एक अधिकारी ने बताया, ‘हमें एनसीपी से जानकारी मिली है कि जयंत पाटील को विधायक दल का नया नेता चुना गया है और उन्हें ही विप जारी करने का अधिकार है।’
उन्होंने इसके तकनीकी पहलू के बारे में बात करते हुए कहा कि एक विप की नियुक्ति के बाद राजनीतिक दल को विधानसभा स्पीकर या सचिवालय को जानकारी देनी होती है। ऐसे में बीजेपी और अजित पवार के लिए मुश्किल हो सकती है। रेकॉर्ड के मुताबिक यदि जयंत पाटील को विप माना गया तो फिर एनसीपी के विधायकों का बीजेपी के लिए वोट करना मुश्किल होगा। यदि ऐसा नहीं होता है तो फिर देवेंद्र फडणवीस के लिए सरकार बचाना मुश्किल होगा।
#WATCH Rajendra Bhagwat, Maharashtra Legislature Secretary: The Legislature Secretariat has received a letter claiming that Jayant Patil is the Legislative Party Leader for NCP. But, decision has to be taken by the Speaker. As of today, decision has not been taken. pic.twitter.com/Hb2XZeZwNJ
— ANI (@ANI) November 26, 2019