महाराष्ट्र में एक महीने से चले आ रहे राजनीतिक ड्रामे का पटाक्षेप हो गया है। देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार सुबह ही 27 नवंबर को बहुमत परीक्षण (Floor Test) का आदेश दिया था लेकिन उससे पहले ही उन्होंने पद छोड़ने का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि अब हम विपक्ष में बैठेंगे। वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। दोनों के इस्तीफे के साथ ही राज्य में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार का रास्ता साफ हो गया है।
अजीत पवार के बाद अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है अजीत पवार के इस्तीफा देने के बाद अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे के भी कयास लगाए जाने लगे थे । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के विधानसभा में बीजेपी को दिल खोलकर मतदान किया और बीजेपी को पूरा जनादेश दिया।
सबसे बड़ी पार्टी बनाया। हमने शिवसेना के साथ चुनाव लड़ा लेकिन बीजेपी का जनादेश इसलिए बोल रहा हूं। हमार स्ट्राइक रेट ज्यादा रहा शिवसेना का स्ट्राइक रेट 40 फीसदी का था। वो जनादेश गठबंधन को था। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया है कि 27 नवंबर को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट करा कर बहुमत सिद्ध कराया जाए। शीर्ष अदालत के आदेश दिए जाने के बाद यह बात सामने आई है।
इससे पहले सोमवार को संख्या बल दिखाने के लिए शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस ने संयुक्त रूप से अपने 162 विधायकों की सार्वजनिक परेड आयोजित की। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) व उसके सहयोगी अजित पवार गुट के 170 विधायकों का संख्या बल होने के दावे को गलत साबित करने के लिए पार्टियों द्वारा ऐसा किया गया।
राजभवन में बीते शनिवार सुबह आठ बजे देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद व अजित पवार ने राजभवन में उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
Devendra Fadnavis: After this I'll go to Raj Bhavan and tender my resignation. I wish them all the best whoever will form the govt. But that will be a very unstable govt as there is huge difference of opinions. #Maharashtra pic.twitter.com/Wrhb4PE1rV
— ANI (@ANI) November 26, 2019