भोपाल- महाराष्ट्र से बीजेपी की लोकसभा सांसद पूनम महाजन की मुंबई की फ्लाइट छूट न जाए। इसलिए रेलवे ने दो दिन पहले बीना से भोपाल तक स्पेशल ट्रेन दौड़ा दी। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि रेलवे ने महाजन की वीआईपी खातिरदारी की जबकि रेलवे के नियमों के मुताबिक किसी भी सांसद के लिए विशेष ट्रेन चलाने का कोई प्रावधान नहीं है। पश्चिम-मध्य रेलवे जोन के महाप्रबंधक रमेश चन्द्र ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रमोद महाजन की बेटी सांसद पूनम को नियमों के खिलाफ जाकर कोई वीआईपी सुविधा नहीं दी गई है।
चंद्र ने सफाई दी है कि वास्तव में भोपाल से स्पेशल ट्रेन रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के लिये एक दिन पहले (31 मई) प्रदेश के सागर जिले में भेजी गई थी। महाप्रबंधक ने बताया कि सिन्हा सागर में रेलवे के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसी कार्यक्रम में पूनम महाजन भी शामिल हुई थीं। इसके बाद दोनों स्पेशल ट्रेन से सागर से निकट बीना पहुंचे और रेल राज्य मंत्री ने बीना में रेल ओवरब्रिज का उद्घाटन किया। उन्होंने बताया कि निर्धारित कार्यक्त्रस्म के मुताबिक समारोह के बाद सिन्हा को स्पेशल ट्रेन से भोपाल वापस लौटकर विमान सेवा से दिल्ली जाना था, लेकिन समारोह में देर होने की वजह से सिन्हा अंतिम क्षणों में अपने तय कार्यक्रम में बदलाव करते हुए बीना से ट्रेन द्वारा दिल्ली के लिये रवाना हो गये।
उन्होंने कहा कि एक सैलून और एक एसी कोच वाली स्पेशल ट्रेन को वापस भोपाल आना ही था और तो उसमें सवार होकर पूनम भी भोपाल पहुंच गईं। महाप्रबंधक ने कहा कि इसमें इससे अधिक और कुछ मतलब नहीं निकाला जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि यह मात्र एक संयोग था। पूनम के साथ पश्चिम-मध्य रेलवे के मुख्य सुरक्षा आयुक्त भी स्पेशल ट्रेन से भोपाल लौटे थे। वहीं कई मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि महाजन को बीना से भोपाल मात्र 90 मिनट में पहुंचा दिया गया, जबकि इस ट्रेन को रास्ता देने के लिए बाकी ट्रेनों ने पड़ाव डाल लिया।