नई दिल्ली: महाराष्ट्र की राजनीति में उठापटल के बीच शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए एनसीपी नेता अजित पवार पर हमला बोला है। सामना में लिखे लेख के जरिए शिवसेना ने बीजेपी और अजित पवार पर तंज कसते हुए कहा कि शपथ ग्रहण के 12 घंटे बाद ही अजित पवार के 12 बज गए।
बीजेपी ने एनसीपी नेता अजित पवार के साथ मिलकर सरकार तो बना ली, लेकिन अब बहुमत हासिल करना उनके लिए बड़ा सवाल बनता जा रहा है। बीजेपी और अजित पवार के शपथ समारोह के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार की सक्रियता के बाद अधिकांश विधायक उन्हीं के पक्ष में जाते दिख रहे हैं, ऐसे में बीजेपी के लिए बहुमत साबित करना मुश्किल लग रहा है। वहीं पार्टी से किनारा कर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने के अजित पवार के फैसले पर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए हमला बोला है।
सामना में लेख के जरिए इसे अजित पवार की बेशर्मी की राजनीति करार दिया है। उन्होंने 23 सितंबर को जो कुछ भी महाराष्ट्र की राजनीति में हुआ उसे काला दिवस करार दिया है। सामना में लिखे लेख में कहा गया है कि अजित पवार ने शरद पवार को धोखा दिया है, लेकिन 12 घंटों के ही भीतर अजित पवार के 12 बज गए हैं। इस फर्जिकल स्ट्राइक की सुधि महाराष्ट्र लेगी और बीजेपी की जीत नहीं होगी।
वहीं एनसीपी ने अजित पवार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पार्टी ने उन्हें विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है। उन्हें विधायकों को व्हिप जारी करने के साथ ही अन्य अधिकार दिए गए थे, जो तत्काल प्रभाव से हटा लिए गए। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में बीजेपी और एनसीपी ने शनिवार की सुबह सरकार बनाने का दावा पेश किया। देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो वहीं एनसीपी नेता अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने।