मध्यप्रदेश के मुरैना के जोरुआ पार्क में कुछ शरारती तत्वों ने महात्मा गांधी के स्टेचू को जला दिया है। स्टैचू जलाने वालों की पहचान नहीं हो पाई है। यह पहली बार नहीं है कि शरारती तत्वों ने किसी महापुरुष के स्टैचू को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की हो।
मुरैना में महात्मा गांधी की स्टैचू को आग के हवाले करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 295 के अतंर्गत केस रजिस्टर कर लिया गया है। अपराधियों की खोज शुरू कर दी गई है।
देश को अखंडता, एकता का संदेश देने वाले बापू की मूर्ति का अपमान किए जाने की भी यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी उनकी मूर्ति से कभी चश्मा गायब किया गया है तो कभी गले में दुपट्टा पहना कर तो कभी आग लगाकर अपनाम किया जाता रहा है।
इससे पहले पोरबंदर में महात्मा गांधी के स्टैचू से शरारती तत्वों ने उनका चश्मा गायब कर दिया था वहीं अन्ना हजारे के गांव रालेगन सिद्धी में भी महात्मा गांधी के स्टैचू के साथ तोड़-फोड़ और चश्मा चुराने की घटना सामने आई थी। पिछले साल सेवाग्राम वर्धा आश्रम से महात्मा गांधी का चश्मा गायब होने की घटना सामने आई थी।