मुंबई– देश की प्रगति को लेकर केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी ‘मेक इन इंडिया वीक’ के दौरान ‘महाराष्ट्र में निवेश’ विषय पर सेमिनार में सरकार ने उद्योग को बढ़ाना देने के लिए पांच नीतियां घोषित कीं।
इस मौके पर सरकार ने कुछ कंपनियों के साथ 6.11 लाख करोड़ के निवेश करार होने का ऐलान किया। बताया गया कि इससे 17 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। सेमिनार में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, टाटा ट्रस्ट के अध्यक्ष रतन टाटा, रेमंड समूह के अध्यक्ष गौतम सिंघानिया, भारत फोर्ज के बाबा कल्याणी, रिलायंस समूह के निदेशक निखिल मेसवानी, सन फार्मा के प्रबंध निदेशक दिलीप संघवी आदि मौजूद थे।
निवेश के लिए हुए ये करार
मर्सिडीज बेंज पुणे के निकट चाकण में 2 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेगी। आटोमोबाइल कंपनी महिंद्रा एंड मंहिद्रा नाशिक में 6500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी।
जेएसडब्लू जयगढ़ पोर्ट 6 हजार करोड़ और गोदरेज एवं बोयसे सुदर्शन केमिकल, के. रहेजा कंस्ट्रक्शन, उत्तम गालवा की तरफ से भी निवेश की घोषणा की गई। आरसीएफ अपने रायगढ़ यूनिट का विस्तार करने 5415 करोड़ का निवेश करने वाली है। वर्धा में पासको कंपनी स्टील प्लांट लगाएगी।
केंद्रीय भूतल परिवहन व जहाजरानी मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि भूतल परिवहन व जहाजरानी विभाग तीन साल में प्रदेश तीन लाख करोड़ का निवेश करेगा। इससे इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं का विकास होगा। दहाणु के निकट वधावन पोर्ट का काम तीन वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि सरकार मुंबई में ढांचागत विकास पर जोर दे रही है। कोशिश की जा रही है कि आवाजाही से जुड़ी समस्याओं को जल्द से जल्द हल किया जाए। मुंबई को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र बनाने का सपना जल्द ही पूरा हो सकता है।
केंद्रीय रसायन व उर्वरक राज्यमंत्री हंसराज अहीर के मुताबिक कोयले से यूरिया बनाया जाएगा। अब तक गैर-आधारित यूरिया का उत्पादन होता है। विदर्भ में बड़े पैमाने पर कोयले के उत्पादन को देखते हुए हम यहां से कोयले से यूरिया बनाना चाहते हैं।”
गौरतलब है कि मेक इन इंडिया भारत सरकार द्वारा देशी और विदेशी कंपनियों द्वारा भारत में ही वस्तुओं के निर्माण पर ज़ोर देने के लिए बनाया गया है। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 सितम्बर 2014 को किया था।