मुंबई- नए साल के जश्न की आड़ में बेंगलुरु की सड़कों पर महिलाओं और लड़कियों के साथ जो कुछ हुआ वो बेहद ही शर्मनाक और रोंगटे खड़े कर देने वाला है,इस बारे में बात करते हुए हिंदी सिनेमा की मशहूर आयटम गर्ल मलाइका अरोड़ा खान ने कहा है कि जो कुछ भी हुआ है, वो लोगों की गंदी सोच को बयां करता है लेकिन इस गंदी हरकत से ज्यादा भयानक और खराब वो लोग है जो इस घटना के लिए महिलाओं के कपड़ों को दोषी ठहरा रहे हैं।
मलाइका ने अपने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर शेयर की और इसके साथ बेहद की कठोर शब्दों में लिखा है कि हर वक्त महिला की सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है।
मलाइका का संदेश ये है…
मैं शहर के भीड़ भरे इलाके में अपनी सहेलियों के साथ पार्टी करने बाहर गई, वो लोग भीड़ में आए और हमसे छेड़ छाड़ की, लेकिन मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है।
तो अगली बार में ऐसे डिस्कोथेक में गई जहां बाउंसर्स थे लेकिन तब वो लोग अंदर आए और हमारे कपड़े फाड़े, लेकिन मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है।
इसके बाद में अपने एक लड़के दोस्त के साथ फिल्म देखने गई। ताकि वह मुझे कंपनी दे सके।
इस बार उन्होंने मुझे बस के अंदर धकेला और मेरे प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दी, लेकिन मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है।
अब मैं कॉलेज गई पूरी तरह ढके हुए कपड़ों में सलवार कमीज पहने वो आए मुझे कोने में ले जाकर मुझसे बद्तमीजी की, लेकिन मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है।
मैं फिर अपने परिवार के साथ रहने लगी,सुरक्षित महसूस करने लगी लेकिन वो मेरे रिश्तेदार और करीबी थे उन्होंने मुझे बेटी की नजर से नहीं देखा जब जबरन मेरे कपड़े उतारे, लेकिन मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है। अब मैंने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया है। वो सामने वाली छत पर खड़े हैं और खिड़की से झांकने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन मेरी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है।
अब उन्होंने मुझे वहां पहुंचा दिया है जहां वो चाहते थे। मेरे लड़ने की क्षमता खत्म हो चुकी है। मेरी आत्मा टूट चुकी है। मैं वह भारतीय महिला हूं जो स्पोर्ट्स में भारत का नाम ऊंचा कर सकती हूं। देश के लिए मेडल ला सकती हूं। लेकिन ये सब केवल तब हो सकता है जब मैं बाथरूम से बाहर निकलूंगी।