कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए बेहद अहम भवानीपुर उप चुनाव में भारी अंतर से जीत हासिल की है। रविवार को जारी हुए चुनाव परिणाम के अनुसार बनर्जी ने भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल को 55,832 मतों के रिकॉर्ड अंतर से मात दी। बता दें कि इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया था। लेकिन, भाजपा के सुवेंदु अधिकारी के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
हालांकि, इन चुनावों में बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने विशाल जीत हासिल की थी। ऐसे में बनर्जी मुख्यमंत्री तो बन गई थीं लेकिन इस पद पर बने रहने के लिए उन्हें पांच नवंबर तक विधानसभा पहुंचना जरूरी था। अब, इस चुनाव में जीत हासिल करने के साथ उन्होंने अपनी कुर्सी पर मंडरा रहे संकट को दूर कर दिया है। बता दें कि बनर्जी इससे पहले यहां से दो बार पहले भी चुनाव जीत चुकी हैं, लेकिन अंतर के हिसाब से यह सबसे बड़ी जीत है।
जीत हासिल करने के बाद कोलकाता में मौजूद ममता बनर्जी ने कहा कि भवानीपुर विधानसभा उप चुनाव में मैंने 58,832 मतों के अंतर से जीत हासिल की है और हमारी पार्टी ने विधानसभा क्षेत्र के हर वार्ड में जीत दर्ज की है। उन्होंने कहा, ‘यहां (भवानीपुर में) लगभग 46 फीसदी लोग गैर बंगाली हैं। इन सब ने मेरे लिए वोट किया। पश्चिम बंगाल के लोग भवानीपुर को देख रहे हैं, जिसने मुझे प्रेरित किया है।’ बनर्जी ने जनता और चुनाव आयोग को धन्यवाद कहा।
केंद्र पर लगाया अपने खिलाफ साजिशें रचने का आरोप
इसके साथ ही बनर्जी ने केंद्र की भाजपा सरकार को भी निशाने पर लिया और आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बंगाल में जब से चुनावों की शुरुआत हुई है केंद्र सरकार हमें सत्ता से हटाने के लिए साजिशें रच रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मेरे पैर में चोट पहुंचाई गई जिससे में चुनाव न लड़ सकूं। मैं जनता के प्रति आभारी हूं कि उन्होंने हमारे पक्ष में मतदान किया। मैं चुनाव आयोग को धन्यवाद कहती हूं कि उन्होंने छह महीने में चुनाव आयोजित करवाए।
भाजपा उम्मीदवार ने खुद को बताया ‘मैन ऑफ द मैच’
वहीं, भवानीपुर उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल ने खुद को इस ‘खेल’ का ‘मैन ऑफ दि मैच’ करार दिया है। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद मीडिया से बात करते हुए टिबरेवाल ने अपनी हार स्वीकार करने के साथ ही कहा, ‘इस खेल की मैन ऑफ दि मैच मैं हूं क्योंकि मैंने ममता बनर्जी के गढ़ में चुनाव लड़ा और इसके बाद भी 25 हजार से ज्यादा वोट हासिल किए। मैं जनता के लिए अपनी ओर से काम करना जारी रखूंगी।’