लोकसभा चुनाव 2019 से पहले सियासी बयानबाजी चरम पर है। राजनीतिक दल एक दूसरे पर जोरदार हमला बोल रहे हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि राजनीतिक दलों और समूहों का एक वर्ग अपने खतरनाक बयानों के जरिए अफवाह और नफरत फैला रहा है।
ममता ने ट्वीट कर कहा कि राजनीतिक दलों, समूहों का एक वर्ग संवैधानिक पदों पर आसीन लोगों के साथ खतरनाक बयानों के जरिए अफवाह और नफरत फैला रहा है। यहां तक कि पत्रकारों को भी नहीं बख्शा गया। यह शर्मनाक राजनीति है। हम किस तरह की दूषित राजनीति देख रहे हैं।
पुलवामा हमले के बाद मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय ने जम्मू कश्मीर से सामान की खरीदारी समेत हर कश्मीरी चीज का बहिष्कार करने का आह्वान किया था। ममता का ये बयान इसी के मद्देनजर आया है।
गौरतलब है कि ममता ने पुलवामा हमले के समय को लेकर सोमवार को सवाल उठाया था कि क्या सरकार उस वक्त युद्ध चाहती है जब लोकसभा चुनाव नजदीक आ गए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पठानकोट आतंकी हमले के बाद कुछ नहीं किया और अब चुनाव से पहले युद्ध की स्थिति पैदा करना चाहती है।