पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उससे जुड़े संगठनों को जमकर कोसा था और कहा था कि ऐसे कट्टरपंथी लोग देश में हिंदू तालिबान बना रहे हैं।
ममता के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राजस्थान सरकार में मंत्री डॉ. जसवंत सिंह ने कहा है कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और उन्हें इतनी दिक्कत है तो हिंदू धर्म छोड़ देना चाहिए।
अलवर लिंचिंग के मामले पर आरोपों का सामना कर रही बीजेपी पर विपक्ष के तमाम नेताओं ने जमकर हमला बोला, ऐसे में ममता बनर्जी भला क्यों पीछे रहतीं।
ममता के बयान का जवाब देते हुए राजस्थान सरकार के मंत्री ने कहा, ‘जिसको खुद को ज्ञान नहीं, देश से प्रेम नहीं, इससे ज्यादा बेशर्म बयान ममता जी का क्या होगा कि जितने हिंदू संगठन हैं, वे सारे उग्रवादी हैं। तो छोड़ दें हिंदू धर्म। ममता जी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।’
ममता का बयान
इससे पहले ममता बनर्जी ने कहा था, ‘वे गाय को गोमाता बुलाते हैं लेकिन इसी नाम के साथ लिंचिंग की घटनाएं कर रहे हैं और हिंदू तालिबान बना रहे हैं, ऐसा कुछ कट्टरपंथी धार्मिक संगठनों और उनकी नफरत फैलाने वाली कैंपेनिंग के चलते हुआ है।’ उन्होंने कहा, ‘उन्होंने कानून अपने हाथ में ले लिया है और लोगों की हत्याएं कर रहे हैं।’
बीजेपी सरकार पर सवाल उठाते हुए ममता ने कहा, ‘राजनाथ जी ने इसकी निंदा की लेकिन केवल निंदा क्यों? वह अपने उन नेताओं रोकते क्यों नहीं, जिनकी अपर से लोअर लेवल तक नफरत फैलाने वाली कैंपेनिंग के चलते यह हालात पैदा हुए हैं।’ ममता ने कहा कि इसे तुरंत रोका जाना चाहिए।
अलवर लिंचिंग केस
बता दें कि अलवर जिले के रामगढ़ इलाके के गांव लल्लावंडी में कुछ स्थानीय लोगों ने रकबर नामक शख्स को गो-तस्कर बताकर पीटना शुरू कर दिया। बाद में रकबर की मौत हो गई। इस घटना की सूबे की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से लेकर केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह तक ने निंदा की थी।
राजस्थान सरकार ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का भरोसा भी दिलाया है। इस मामले में चार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई है, जबकि तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।