कोलकाता : नरेंद्र मोदी शनिवार को असम पहुंचे। उन्होंने यहां 1.06 लाख लोगों को भूमि आवंटन प्रमाण पत्र बांटें। इस मौके पर मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी मौजूद रहे। जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आपका प्यार बार-बार मुझे असम ले आता है। उन्होंने कहा कि आज सरकार ने आपके जीवन की सबसे बड़ी चिंता दूर की है। एक लाख से ज्यादा मूल निवासी परिवारों को भूमि के स्वामित्व का अधिकार मिला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि धरती हमारे लिए माता का रूप है। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक बोडो समझौते के बाद, असम का एक बड़ा हिस्सा शांति के साथ विकास की ओर बढ़ रहा है। कोरोना टीकाकरण का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना टीकाकरण के लिए जिसकी बारी आए, वो टीके जरूर लगाएं। टीके की दो डोज लगनी जरूरी है। अब प्रधानमंत्री मोदी पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गए हैं। वे यहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर होने वाले कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। वहीं दूसरी ओर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आठ किलोमीटर लंबी पदयात्रा की। इसके बाद वे जनसभा को संबोधित कर रही हैं।
ममता ने कहा, हम आजाद हिंद स्मारक का निर्माण करेंगे। हम बताएंगे कि यह कैसे किया जाता है। उन्होंने मूर्तियों के निर्माण और एक नए संसद परिसर में हजारों करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
We will build an Azad Hind Monument. We will show how it will be done. They’ve spent thousands of crores in building statues & a new parliament complex: West Bengal CM Mamata Banerjee https://t.co/rADN6Czgcw
— ANI (@ANI) January 23, 2021
ममता बनर्जी ने कहा, जब नेताजी ने भारतीय राष्ट्रीय सेना का गठन किया, तो इसमें उन्होंने गुजरात, बंगाल, तमिलनाडु के लोगों सहित सभी को लिया। वह अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो नीति के खिलाफ खड़े थे।
पदयात्रा के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, नेताजी सिर्फ इतिहास नहीं हैं। एक आवेग और संस्कृति हैं। नेताजी के जन्मदिन पर राष्ट्रीय छुट्टी घोषित होनी चाहिए। नेताजी की पहचान सबसे परे है। नेताजी को सही मायने में जानने की जरूरत है। भारत की चार राजधानी होनी चाहिए। सबकुछ दिल्ली के पास ही क्यों होना चाहिए। नई पीढ़ी को नेताजी के बारे में पढ़ना चाहिए। नेताजी की मौत का रहस्य उजागर होना चाहिए। चुनाव में सरकार को बंगाल की याद आ रही है। देश के प्रति नजरिया बदलना होगा।