नई दिल्ली – रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में लोगों से मुखातिब हुए। हालांकि सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे और पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी से जुड़े विवाद पर मोदी ने कोई टिप्पणी नहीं की । इसके बाद कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने पीएम पर निशाना साधने में देर नहीं की।
मोदी ने इस विवाद के बाद अपने पहले रेडियो कार्यक्रम में कई मुद्दों पर अपनी राय रखी, लेकिन उन्होंने इस विषय पर कोई बात नहीं की। एनडीए सरकार के बीते एक वर्ष के शासनकाल में यह पहला मौका है जब सरकार के किसी नेता पर कथित भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं।
इस मुद्दे पर पीएम मोदी ने अभी तक अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है और विरोधी इसी बात को लेकर लगातार हमलावर हो रहे हैं। हालांकि पीएम मोदी का कहना है कि ‘मन की बात’ में वह उन विषयों पर बोलते हैं, जो उनके दिल के करीब हैं और जरूरी नहीं कि इनका सरकार की नीतियों से कुछ लेना-देना हो।
पीएम ने कहा, ‘कई बार कुछ लोग कहते हैं कि मन की बात कार्यक्रम में मुझे बड़ी सरकारी घोषणाएं करनी चाहिए। नही… इसके लिए मैं दिन रात काम करता हूं। आप लोगों के साथ मैं हल्की-फुल्की बातें करता हूं और इससे मुझे खुशी मिलती है।’
पीएम ने कहा, ‘कई बार कुछ लोग कहते हैं कि मन की बात कार्यक्रम में मुझे बड़ी सरकारी घोषणाएं करनी चाहिए। नही… इसके लिए मैं दिन रात काम करता हूं। आप लोगों के साथ मैं हल्की-फुल्की बातें करता हूं और इससे मुझे खुशी मिलती है।’
कार्यक्रम के फौरन बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने ललित मोदी विवाद पर न बोलने को पीएम मोदी की ‘नाकामी’ बताया। उन्होंने कहा कि राजे और सुषमा पर कार्रवाई न करने से आखिर में उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ सकता है। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पीएम के लिए अच्छा है कि वह सुषमा और राजे परऐक्शन लें, अन्यथा देश और विदेश में जहां भी वह जाएंगे, उन्हें नुकसान झेलना पड़ेगा।
आप नेता आशीष खेतान ने कहा. ‘देश सिर्फ एक मन की बात सुनना चाहता है और वह है कि ‘ललितगेट’, सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे पर मोदी का क्या कहना है। और यह मन की बात अनसुनी रह गई।’
सीपीआई नेता डी. राजा ने कहा कि उनकी (मोदी) की मन की बात में कई मुद्दों पर बात की गई, लेकिन उन्होंने ललित मोदी पर एक शब्द नहीं बोला। उन्होंने सुषमा स्वराज पर कुछ नहीं बोला। आखिर मोदी चुप क्यों हैं? हालात खराब होते जा रहे हैं… वह किसे बचा रहे हैं? मोदी कुछ छुपा रहे हैं या किसी को बचा रहे हैं। आखिर इस खामोशी के पीछे का मकसद क्या है?
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने विपक्षी के आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि पीएम ने, गर्ल चाइल्ड की सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा और जल संचरण जैसे मुद्दे उठाए हैं। पात्रा ने कहा कि कांग्रेस को संतुष्ट करने के अलावा देश में और भी कई अहम मुद्दे हैं।