मंडला – बाघों की धरती कान्हा टाइगर रिज़र्व में एक अनोखी कहानी लिखी गई। पति – पत्नी और वो की तर्ज पर एक बाघिन पर दो बाघों का दिल आ गया। करीब 1 महीने तक इस बाघिन के साथ 2 बाघ देखे गए, बाघिन को आकर्षित करने दोनों बाघों के बीच संघर्ष भी हुआ लेकिन यह संघर्ष अंजाम तक पहुँचने के पहले ही ख़त्म हो गया।
यदि दूसरे शब्दों में कहा जाये तो यह कहना भी गलत नहीं होगा कि महानगरों की हवा कान्हा में भी बहने लगी तभी तो एक बाघिन दो व्यस्क बाघों को एक साथ डेट करते कैमरे में कैद हुई है। यह अनहोनी बाघों के सामान्य स्वभाव से एक दम अलग है यही वजह है कि यह घटना वाइल्डलाइफ के जानकारों को भी हैरान कर रही है।
प्रदेश पशु बारहसिंघा और जंगल का राजा कहे जाने वाला राष्ट्रीय पशु टाइगर के लिए विश्व प्रसिद्ध कान्हा टाइगर रिज़र्व एक अनोखी प्रेम कहानी को लेकर चर्चा में है। इस त्रिकोणी प्रेम कहानी में एक बाघिन टी – 31 और उसके दीवाने दो बाघ टी – 29 और टी – 30 है। बाघिन टी – 31 एक व्यस्क बाघिन है, इसे बाघ टी – 29 के साथ मेटिंग करते देखा गया। इसी दौरान बाघ टी – 30 की भी एंट्री होती है। बाघ टी – 29, बाघ टी – 30 को बाघिन के पास नहीं आने देता। बाघ टी – 30 भी बाघिन को आकर्षित करने बाघ टी – 29 से भिड़ जाता है। ऐसा एक बार नहीं बल्कि कई बार लेकिन गनीमत रही कि यह लड़ाई जानलेवा नहीं रही। नहीं तो अमूमन बाघों के बीच हुए ऐसे संघर्षों में बाघों की जान तक चली जाती है।
दोनों बाघों को अपने लिए लड़ते बाघिन ने कई बार देखा लेकिन बाघ टी – 29 ने बाघ बाघ टी – 30 के मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया। आखिरकार करीब माह तक साथ – साथ रहने के बाद दोनों बाघ, बाघिन को छोड़कर चले जाते है और बाघिन दोनों को जाते हुए देखती रहती है। यह कहानी वाइल्डलाइफ के जानकारों को हैरान किये हुए है।
इस कहानी ने कई सवाल भी खड़े कर दिए है। यह भी कहा जा रहा है कि कहीं ये दोनों बाघ का आपस में कोई संबंध तो नहीं है जिस वजह से इन दोनों ने एक दूसरे पर कोई जानलेवा हमला नहीं किया। इसका पता लगाने के लिए पार्क प्रबंधन इनका डीएनए टेस्ट भी कराने वाला है।
कान्हा टाइगर रिज़र्व के फील्ड डायरेक्टर संजय शुक्ला ने बताया कि बाघिन टी – 31 को पहले एक डेढ़ साल के शावक के साथ देखा गया था। माँ अपने शावकों को ढाई से थीं साल तक अपने पास रखती है। इस दौरान वो उन्हें अन्य बाघों नई नज़र से बचाकर शिकार करने ने गुर सिखाती है। जब तक शावक बाघिन के साथ रहती है तब तक बाघिन किसी बाघ को अपने पास भटकने भी नहीं देती।
बाघिन से मेटिंग की इच्छा रखने वाले बाघ उसके शावकों को मारने का मौका तलाशते है, ताकि बाघिन को फिर मेटिंग के लिए तैयार किया जा सके। यह भी सम्भावना जताई जा रही है कि कहीं बाघिन टी – 31 ने अपने शावक को बचने के लिए झूठे प्यार का नाटक कर फाल्स मेटिंग तो नहीं की। बहरहाल सच्चाई जो भी हो लेकिन बाघ – बाघिन की इस त्रिकोणी प्रेम कहानी ने बाघ के जानकारों को अचंभित कर उन्हें नए तरीके से सोचने को मजबूर कर दिया है।
रिपोर्ट @सैयद जावेद अली