नई दिल्ली – 2जी घोटाले पर पूर्व ट्राई निदेशक के आरोप के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी किसी को फायदा नहीं पहुंचाया है।
कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि 2जी मामले में नरेंद्र मोदी की सरकार आंकड़ों से खेल रही है। मैंने कभी भी अपने कार्यालय का दुरुपयोग नहीं किया है। मैंने अपने पद का फायदा अपने परिजनों, रिश्तेदारों और दोस्तों को नहीं पहुंचाया है।
मनमोहन ने कहा कि हताश भाजपा भ्रष्टाचार पर जनता का ध्यान बांटने के लिए गैर मुद्दों को उठा रही है।
मनमोहन सिंह ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सिर्फ आंकड़ों का खेल खेल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि संप्रग सरकार नई योजनाएं लेकर आई थी, जिन्हें मोदी सरकार नाम बदलकर चला रही है।
महंगाई, अर्थव्यवस्था को लेकर उन्होंने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि इन मोर्चों पर केंद्र सरकार नाकाम रही है। मोदी सरकार में सबकुछ ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा जनता का ध्यान गैर मुद्दों की ओर ले जाने के लिए भ्रष्टाचार की बीन बजा रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अपनी नाकामियां छिपाने के लिए मेरी भ्रष्ट छवि बनाने की कोशिश कर रही है।
इस बीच, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि जहां तक मनमोहन सिंह और बैजल के बीच का मामला है, मैं उसमें पडऩा नहीं चाहता। उन्होंने कहा, मगर मैं मानता हूं कि जिम्मेदारी खुद भ्रष्टाचार नहीं करने तक सीमित नहीं है, बल्कि दूसरों को भी नहीं करने देने की भी है।
गौरतलब है कि अपनी एक किताब में ट्राई के पूर्व चेयरमैन प्रदीप बैजल ने मनमोहन सिंह पर धमकी देने जैसा गंभीर आरोप लगाया है। बैजल ने अपनी नई किताब में लिखा है कि 2जी मामले में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मुझसे कहा था कि मेरी सरकार के मंत्रियों का सहयोग करो या नुकसान झेलने के लिए तैयार रहो।
बैजल ने अपनी किताब में आगे लिखा है कि मेरे जैसे अधिकारियों की हालत ऐसी हो गई थी कि कुछ करो तो अपराध, नहीं करो तो भी अपराध। 2जी मामले में गड़बड़ी को लेकर जब मैंने कार्रवाई करनी चाही, तो संप्रग सरकार की तरफ से मुझे कई बार झूठे आरोपों में फंसाने की धमकी मिली। पूर्व दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन के साथ मनमोहन सिंह भी 2जी घोटाले के लिए जिम्मेदार हैं।