भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद राकेश सिंह ने जबलपुर भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में एनआरसी (NRC), सीएए (CAA) पर द्वारा प्रदेश और देशभर में बन रहे माहौल को लेकर कांग्रेस पर तंज कसा।
एनआरसी और सीएए का समर्थन करते हुए राकेश सिंह ने कहा कि ये बिल नागरिकता देने वाला है लेने वाला नहीं। उन्होंने कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति में देश को गलत दिशा में धकेलने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि 2003 में तत्कालीन एनडीए सरकार में मनमोहन सिंह द्वारा नागरिकता कानून के लिए संसद मे मांग उठाई गई थी। खुद यूपीए शासन में 2004 से 2014 तक कांग्रेस के ही कई नेताओं ने इस कानून के पक्ष में बात कही थी।
राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस तब इस कानून को लाने की बात करती थी, लेकिन आज वोट बैंक के लालच में भ्रम फैलाने का काम कर रही है।
राकेश सिंह ने बताया कि नागरिक्ता कानून किसी राज्य के अधिकार क्षेत्र में नहीं है बल्कि ये सिर्फ केन्द्र सरकार के अधीन है और उसके अधिकार क्षेत्र में आता है। ऐसे में वोट बैंक की राजनीति के चलते कमलनाथ इसे प्रदेश में लागू नहीं कर रहे हैं और इसके लिए वह आगामी 25 दिसंबर को भोपाल में मार्च निकालने जा रहे हैं।
राकेश सिंह ने जबलपुर मे बिगड़े हालातों पर कहा कि यहां हुए उपद्रव की वजह कांग्रेसी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ध्रुवीकरण और वोट बैंक की राजनीति में डूब चुकी है।
उन्होंने कहा कि इंदौर में हुए आयोजन के बाद जो जनसैलाब भाजपा के समर्थन में नजर आया है इससे कांग्रेस इस कदर डर गई कि उन्हें इंदौर में लगे बैनर पोस्टर को हटाए जाने के साथ ही जुर्माने जैसी कार्यवाही भी कराई।
राकेश सिंह ने समझाइश देते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को चाहिए कि वह भ्रम न फैलाकर शांति व्यवस्था कायम रखें।