चंडीगढ़ [ TNN ] करनाल से बीजेपी विधायक मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के अगले मुख्यमंत्री होंगे। संघ की पृष्ठभूमि से आए खट्टर ने करनाल में 63 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की है। चंडीगढ़ में केंद्रीय पर्यवेक्षकों वेंकैया नायडू और दिनेश शर्मा की मौजूदगी में विधायक दल की मीटिंग जारी है। बताया जा रहा है कि इसमें केंद्रीय नेतृत्व की पहली पसंद मनोहर लाल खट्टर के नाम पर सहमति बन गई है और थोड़ी देर में इसकी औपचारिक घोषणा होगी।
संघ के प्रचारक और फिर प्रदेश में बीजेपी के संगठन मंत्री रह चुके खट्टर मुख्यमंत्री पद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की पहली पसंद थे। 19 अक्टूबर को बीजेपी संसदीय दल की बैठक में भी ज्यादातर नेताओं ने खट्टर के नाम पर मुहर लगाई थी। मंगलवार को खट्टर को हरियाणा में बीजेपी विधायक दल का नेता चुने जाने की रिपोर्ट के बाद उनके पैतृक गांव बनियानी में जश्न मनाया जाने लगा।
हरियाणा और महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी संगठन के प्रति निष्ठा और बेदाग छवि को सबसे ज्यादा महत्व दे रही है। इस कसौटी पर मनोहर लाल खट्टर दावेदारों की रेस में सबसे आगे रहे। इसके अलावा उनके पंजाबी समुदाय से होने के नाते दिल्ली और पंजाब में भी पार्टी को इससे फायदा मिलने की उम्मीद है। हरियाणा में भी इस बिरादरी का वोट करीब 8 फीसदी है।
60 साल के खट्टर का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबियों में शुमार है। 90 के दशक में जब मोदी पार्टी की ओर से हरियाणा के प्रभारी थे, तब खट्टर प्रदेश बीजेपी में संगठन मंत्री थे। बीजेपी पर गैर-जाट को राज्य में मुख्यमंत्री बनाने का काफी दबाव था। गैर-जाटों ने बड़े पैमाने पर बीजेपी को वोट भी किया था। खट्टर के चुनाव में यह फैक्टर भी अहम रहा। वह राज्य में पंजाबी समुदाय से आने वाले पहले मुख्यमंत्री होंगे।
एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक हरियाणा में गैर जाट-मतों के पार्टी के पक्ष में हुए ध्रुवीकरण के बाद आलाकमान ने जाट वर्ग से मुख्यमंत्री नहीं बनाने का निर्णय लिया है। हालांकि, जाट समुदाय को लुभाने के लिए सरकार में कैप्टन अभिमन्यु को नंबर दो की हैसियत दी जा सकती है। अभिमन्यु पहली बार नारनौंद से विधायक चुने गए हुए हैं और मुख्यमंत्री के दावेदार थे। हरियाणा के साथ-साथ दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई हिस्सों में प्रभावी जाट समुदाय को साधने के लिए दिवाली के बाद केंद्रीय मंत्रिपरिषद में होने वाले विस्तार में किसी जाट को मंत्री बनाया जा सकता है।