नई दिल्ली: गुरुग्राम में जिस तरह से मुस्लिम युवक के साथ पारंपरिक टोपी पहनने को लेकर मारपीट की गई उसके बाद भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने इस मामले पर तीखी टिप्पणी की थी। गौतम गंभीर के बयान के बाद उनकी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज तिवारी ने उनपर पलटवार किया है। मनोज तिवारी ने गौतम गंभीर के बयान को मासूमियत वाला बयान बताया है। हालांकि मनोज तिवारी ने इस घटना की निंदा की लेकिन उन्होंने कहा कि लोगों को इस तरह की खबरों पर टिप्पणी करते समय चौकन्ना रहना चाहिए, जिससे कि वह गुमराह ना हो। ईस्ट दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने बहुत मासूमियत में इस घटना पर अपनी टिप्प्णी की है।
तिवारी ने कहा कि गौतम गंभीर अब क्रिकेटर नहीं हैं, उन्हें इस बात का एहसास होना चाहिए कि उनके शब्द और काम को राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाएगा। इस तरह की घटना किसी को भी अच्छी नहीं लगती है, लेकिन हरियाणा में इस तरह की घटना पर पर बोलने की क्या जरूरत है जिसे विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं भाजपा नेता तजिंदर सिंह बग्गा ने कहा कि लोग गुरुग्राम की घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि बाद में गौतम गंभीर ने अपने ट्वीट पर सफाई देते हुए कहा कि हम सबका साथ सबका विकास चाहते हैं।
गौतम गंभीर ने ट्वीट कर लिखा कि सेक्युलरिज्म पर मेरे विचार पीएम मोदी से प्रेरित हैं, सबका साथ सबका विकास। मैं खुद को गुरुग्राम की घटना तक सीमित नहीं रखना चाहता हूं, धर्म, जाति और संप्रदाय के आधार पर किसी के साथ भेदभाव होता है तो वह निंदनीय है। सहिष्णुता और समग्रता भारत का वृहद विचार है। बता दें कि गौतम गंभीर ने भाजपा के टिकट पर ईस्ट दिल्ली से चुनाव लड़ा था, गंभीर ने अरविंदर सिंह को 3.91 लाख वोटों से हराया है।
बता दें कि दिल्ली से सटे गुरुग्राम में एक मुस्लिम युवक की पिटाई का मामला सामने आया था। युवक ने आरोप लगाया कि गुरुग्राम के सदर बाजार में 5-6 युवकों ने उसे पारंपरिक टोपी पहनने की वजह से उसके साथ मारपीट की और धमकी दी। वहीं, मुस्लिम युवक के साथ मारपीट की इस घटना पर पूर्वी दिल्ली से नवनिर्वाचित सांसद गौतम गंभीर ने नाराजगी जताई थी। गौतम गंभीर ने मुस्लिम युवक पर हुए इस हमले पर खेद जताया और हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। गंभीर ने ट्वीट किया, ‘ गुरुग्राम में मुस्लिम युवक से टोपी उतारने और जय श्रीराम बोलने के लिए कहा गया, ये निंदनीय है। गुरुग्राम प्रशासन की तरफ से सख्त कार्रवाई की जाए। हम एक धर्म निरपेक्ष देश हैं, जहां जावेद अख्तर ‘ओ पालन हारे’ लिखते हैं और राकेश ओम प्रकाश मेहरा दिल्ली-6 में अर्जियां।’
“In Gurugram Muslim man told to remove skullcap,chant Jai Shri Ram”.
It is deplorable. Exemplary action needed by Gurugram authorities. We are a secular nation where @Javedakhtarjadu writes “ओ पालन हारे, निर्गुण और न्यारे” & @RakeyshOmMehra gave us d song “अर्ज़ियाँ” in Delhi 6.— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) May 27, 2019
गौरतलब है कि घटना में पीड़ित आलम ने बताया कि मैंने उस व्यक्ति से कहा कि मैं नमाज पढ़कर वापस आ रहा हूं, लेकिन इन लोगों ने मेरी टोपी उतार दी और मुझे तमाचा जड़ दिया। इस मामले की पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की है। अपनी शिकायत में उसने कहा कि चार अज्ञात लोगों ने उसके साथ पारंपरिक टोपी पहनने की वजह से मारपीट की और उसे धमकी दी। उसने यह भी आरोप लगाया है कि इन लोगों ने उससे भारत माता की जय नारा लगाने को भी कहा। आलम ने बताया कि मैंने जैसा इन लोगों ने कहा वैसा ही किया, भारत माता की जय के नारे भी लगाए, फिर इन लोगों ने जय श्री राम का उद्घोष करने को कहा लेकिन मैंने ऐसा करने से इनकार कर दिया। इसी दौरान एक युवक ने सड़क पर पड़ी एक लाठी उठाई और मुझे पीटना शुरू कर दिया। इन लोगों ने मेरी पीठ पर हमला किया।