सुकमा- अपह्रत ग्रामीण में से एक सदाराम नाग पर नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर पीटा और पत्थर से सिर कुचलकर उसकी हत्या कर दी। नक्सलियों द्वारा लगाई जनअदालत में सभी अपह्रत ग्रामीण मौजूद थे। रात में ग्रामीण शव लेकर गांव पहुंचे, सुबह पीएम के दौरान सदाराम के पड़ोसी की भी हार्ट अटैक से मौत हो गई।
नक्सलिओं द्वारा रिहा किए गए सरपंच के पति सुखदेव व मारेंगा के पटेल मनीराम ने कहा है कि सदाराम की शहादत बेकार नही जाएगी मारेंगा को मुख्य सड़क से जोड़ने पुलिया जरूर बनेगी पुलिया का नाम शहीद सदाराम पुलिया रखा जाएगा। मृतक सदाराम के परिवार वाले घर के बाहर विलाप करते रहे, सभी रात से ही दहशत में हैं। गांव के लोग मृतक के परिवार वालों को ढांढस बंधाने पहुंचे।
जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने गादेम व मुनगा के बीच अगवा किए गए ग्रामीणों के साथ जनअदालत लगाई थी। इसमें बारू नदी पर बन रहे पुल निर्माण में बतौर मुंशी कार्य कर रहे सदाराम को पुलिस मुखबिरी का दोषी ठहराया और सबके सामने उसकी हत्या कर दी। मृतक सदाराम गांव के पटेल मनीराम नाग का भाई था।
उसके बाद नक्सलियों को पुल निर्माण कार्य को बंद करने व उससे दूर रहने की चेतावनी देते हुए रिहा कर दिया। मृतक ग्रामीण सदाराम नाग का शव लेकर डरे-सहमे ग्रामीण करीब 8 बजे गाँव पहुँचे। इस घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहोल व्याप्त है और कोई भी ग्रामीण कुछ भी बोलने से बच रहा है।