मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन की आग बुझने का नाम नहीं ले रही है। मराठा आरक्षण की मांग के समर्थन में मंगलवार को एक युवक और एक छात्र ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली जबकि आठ अन्य प्रदर्शनकारियों ने आत्महत्या की कोशिश की।
बता दें कि अब तक छह लोगों ने मराठा आरक्षण की मांग के लिए खुदकुशी की है। मराठा आंदोलन कम होने की बजाय और तेजी पकड़ रहा है। आज से मुंबई में मराठा आरक्षण के लिए जेल भरो आंदोलन शुरू हो गया है।
इधर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं कोई हिंसा न हो इसके लिए राज्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए गए हैं।
दूसरी ओर पुणे के चाकण औद्योगिक क्षेत्र में सोमवार को भड़की हिंसा में पुलिस ने करीब पांच हजार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस हिंसा में दो दर्जन से ज्यादा बसों को आग के हवाले कर दिया गया था जबकि 100 से अधिक गाड़ियों में तोड़फोड़ हुई थी। कई पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हैं जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
फिलहाल पुलिस, हिंसा के वायरल वीडियो और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। आरोपियों की धरपकड़ जारी है। विशेष पुलिस महानिरीक्षक विश्वास नागरे पाटिल ने बताया कि हिंसा में बाहरी लोगों के शामिल होने का संदेह है जिसकी जांच हो रही है।
इस बीच, मराठा आरक्षण की मांग के समर्थन में बीड जिले के अभिजीत देशमुख (35) ने मंगलवार को खुदकुशी कर ली। सुसाइड नोट के अनुसार, अभिजीत ने मराठा आरक्षण, बेरोजगारी और बैंक कर्ज के चलते जान दी।
वहीं औरंगाबाद जिले के वडोदबाजार गांव में 17 वर्षीय छात्र प्रदीप हरी मस्के ने कुएं में कूदकर जान दे दी। यही नहीं लातूर जिले के अवसा में तहसीलदार कार्यालय के बाहर आठ प्रदर्शनकारियों ने तेल छिड़क कर जान देने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।
मुंबई में मराठा समुदाय का प्रदर्शन आज
मराठा समुदाय के लोग मुंबई में बुधवार को फडणवीस सरकार के विरोध में प्रदर्शन करेंगे। सकल मराठा मोर्चा के नेता प्रवीण पटेल ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मराठा समुदाय के लोग मुंबई में जेल भरो आंदोलन करेंगे।
मराठा संगठनों ने कहा कि आरक्षण की मांग के समर्थन में नौ अगस्त को मुंबई में एक महारैली का भी आयोजन होगा। संगठनों का आरोप है कि सरकार ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आपराधिक मामलों को वापस लेने का आश्वासन दिया था लेकिन इस दिशा में उसने कोई कदम नहीं उठाया है।
मराठा समाज को देंगे स्थाई आरक्षण : फडणवीस
मराठा आरक्षण के मसले पर बुरी तरह घिरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि हम ही मराठा समाज को स्थाई आरक्षण देंगे।
उन्होंने दावा किया कि छत्रपति साहूजी महाराज के बाद सबसे पहले हमने ही मराठा आरक्षण का प्रस्ताव सदन में पारित कराया लेकिन कोर्ट ने इस पर स्टे दे दिया।
फडणवीस के समर्थन में आए राणे
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी संविधान संशोधन कर मराठा समाज को नौकरी और शिक्षा में आरक्षण देने की बात कही है। इससे एक ओर मराठा आंदोलन को बल मिला है तो वहीं दूसरी ओर फडणवीस की मुश्किलें बढ़ी हैं। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद नारायण राणे इस मसले पर फडणवीस के समर्थन में आए हैं।
उन्होंने पवार पर पलटवार करते हुए कहा है कि वे चार बार सूबे के मुख्यमंत्री थे, केंद्र में मंत्री थे, तब उन्होंने मराठा समाज को आरक्षण देने की पहल क्यों नहीं की।