बजट पेश होने के बाद से भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी है। सोमवार के कारोबार में शेयर बाजार में तेज बिकवाली देखने को मिल रही है।
बैंक, मेटल, आईटी, फाइनेंस और ऑटो समेत सभी सेक्टरों में गिरावट से कारोबार के दौरान सेंसेक्स 720.82 अंक टूटकर 38,792.57 के स्तर पर आ गया।
वहीं निफ्टी भी 225.8 अंक टूटकर 11,585.35 के स्तर पर फिसल गया। बाजार में साल की यह सबसे बड़ी इंट्रा-डे गिरावट है।
बाजार में इतनी बड़ी गिरावट से निवेशकों को एक झटके में 3,20 लाख करोड़ रुपये का झटका लगा है।
बजट वाले दिन यानी 5 जुलाई को बजट में बैंकों से लेकर एनबीएफसी के लिए कई उपाय किए गए, लेकिन बजट के ऐलानों से शेयर बाजार को निराशा हुई।
बजट के बाद बाजार में भारी बिकवाली आ गई और सेंसेक्स और निफ्टी बड़ी गिरावट पर बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 394.67 अंक की गिरावट के साथ 39513.39 के स्तर पर बंद हुआ।
वहीं, एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 135.60 अंक की कमजोरी के साथ 11,811.15 के स्तर पर बंद हुआ है।
वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा है कि सेबी से मिनिमम पब्लिक शेयर होल्डिंग को 25 फीसदी से बढ़ाकर 35 फीसदी करने को कहा गया है। Helious Capital के समीर अरोरा का कहना है कि बजट में FPIs के लिए कोई अच्छा कदम नहीं उठाया गया है।
FPIs पर टैक्स बोझ बढ़ने पर निराशा हुई है। सरचार्ज के कारण एफपीआई के लिए LTCG, STCG टैक्स बढ़ा है। AIF फंड्स में भी सरकार ने टैक्स बढ़ाया है।
पंजाब नेशनल बैंक फ्रॉड के गर्त में डूबता ही जा रहा है। अब कंपनी के साथ 3,805 करोड़ की धोखाधड़ी हुई है।
दूसरा बड़ा घोटाला सामने आने के बाद बैंक के शेयर सोमवार को गिर गए। सोमवार को बैंक के शेयरों में 10 फीसदी की गिरावट आई है।