बैतूल- कहीं आपके तरबूज खाने की ललक कोई गंभीर बीमारी का कारण न बन जाये, क्योंकि शहर में ऐसे हाईब्रिड तरबूज बिक रहे है। जिनमें केन्द्र सरकार द्वारा वर्षो पहले प्रतिबंधित किए गये जहरीले ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का धड़ल्ले से उपयोग हो रहा है। ऐसा ही एक इंजेक्शन लगा तरबूज उपभोक्ता द्वारा खरीदकर ले जाने के बाद जैसे ही आज सुबह काटने के लिए निकाला तो उसमें से झाग निकलते बाहर बहते दिखाई दिया। मानो इस तरबूजे में किसी ने जहर मिला दिया हो जो फेस बनकर बाहर निकलता आ रहा हो।
गर्मी का फल माने जाने वाले तरबूज की इन दिनों शहर में अच्छी खासी आवक दिखाई दे रही है। ठंडी तासीर का तरबूज दुकानों में लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र भी बना हुआ है, लेकिन सावधान, बाजार में बिकने वाले तरबूज आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकते है। तरबूजों को अंदर से लाल करने के लिए जिन जहरीले कैमिकलों का उपयोग किया जा रहा है, उससे आप लोगों की जान भी जा सकती है। ऐसा ही एक मामला आज सामने आया, जब ज्योति टॉकिज के सामने दुर्गा वार्ड निवासी जाकिर खान द्वारा लगाई गई दुकान से एक उपभोक्ता ने तरबूज खरीदा।
तत्काल में इसे काटा तो नहीं गया, लेकिन कुछ ही देर में तरबूज से जहरीला झाग निकलने लगा। ठीक उसी तरह जिस तरह जहर खाने के बाद इंसानों और पशुओं के मुंह से निकलता दिखाई देता है। इससे स्पष्ट है कि बाजार में बिकने वाले तरबूजों का साइज बढ़ाने और अंदर से इसे लाल करने के लिए व्यापारियों द्वारा जहरीले कैमिकलों का उपयोग किया जा रहा है। व्यवसायी का कहना था कि उनके द्वारा तवा नगर के किसी व्यापारी से तरबूज खरीदे गये है, हो सकता है कि फलों में वहीं से केमिकल डालकर भेजा गया हो।
गर्भवती महिला का हो सकता है गर्भपात चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि यदि कोई गर्भवती महिला आक्सीटोसिन इंजेक्शन लगे सब्जी या फल खा ले तो इसके असर के चलते या तो उस महिला का गर्भपात हो जायेगा या जो बच्चा जन्म लेगा वह जन्म से ही किसी न किसी रोग से पीडि़त रहेगा। चिकित्सकों का यह भी मानना है कि ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का उपयोग गाय और भैंसों में दूध की क्षमता बढ़ाने के लिए किया जाता है, लेकिन अनाधिकृत रूप से इसका उपयोग फल पकाने में भी बहुतायत किया जा रहा है।
मानव शरीर में आक्सीटोसिन के केमिकल पहुंचने से शरीर में हार्मोंस से संबंधित बीमारियां उत्पन्न हो रही है। महिलाओं में अप्रजन्न की स्थिति के साथ-साथ जल्दी-जल्दी मासिक धर्म आने की शिकायतें भी सामने आ रही है। सबसे बड़ा नुकसान तो यह सामने आ रहा है कि ऐसे फलों के सेवन से लड़कों में लड़कियों के समान प्रवृत्तियां भी उत्पन्न होनी शुरू हो जाती है। इसका सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव महिलाओं पर देखा जा रहा है, जहां हर पांचवे घर में महिला संतान उत्पन्न करने की क्षमता खो देती है।
क्यूं होता है ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का उपयोग
केन्द्र सरकार ने वर्षो पहले ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन को प्रतिबंधित कर दिया है। कुछ लोग अधिक लाभ कमाने की लालच में कई तरह के फलो और सब्जियों में इसका उपयोग करते है, क्योंकि उदाहरण के लिए लौकी में यह इंजेक्शन लगाने से एक दो दिन में ही लौकी का साइज तीन गुना बढ़ जाता है। उसी तरह तरबूजे में लाल रंग को और ज्यादा गाड़ा करने के लिए इसका उपयोग हो रहा है। कुछ लोग तो गायो का दूध बढ़ाने के लिए इस जहरीले इंजेक्शन का उपयोग करने से भी नहीं चूक रहे है।
इनका कहना-
ऑक्सीटोसिन से पकाये गये फलों का सेवन करने से हार्मोन्स से संबंधित बीमारियां उत्पन्न हो रही है। इसका सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव महिलाओं पर देखा जा रहा है।
डॉ. राहुल श्रीवास्तव, जिला अस्पताल, बैतूल
ड्रग एण्ड फूड विभाग को इस संबंध में तत्काल निर्देश जारी किये जायेगे। शाम तक कार्रवाई भी सामने आ जायेगी।
डॉ. प्रदीप मोजेस, सीएमएचओ, बैतूल
रिपोर्ट:- अकील अहमद अक्कू