भारतीय महिला उज्मा आखिरकार गुरुवार सुबह भारत लौट आई। बीते दिनों से उज्मा तब चर्चा में आई थी, जब उसने इस्लामाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर करते हुए आरोप लगाया कि बंदूक की नोंक पर उसके साथ निकाह किया गया। एक नजर उज्मा की पूरी कहानी पर –
मीडिया रिपोर्ट्स और इस्लामाबाद हाई कोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, मलेशिया में उज्मा की मुलाकात पाकिस्तान के ताहिर अली से हुई थी। दोनों में नजदीकियां बढ़ीं और प्यार हो गया।
इसके बाद बीती 1 मई को उज्मा वाघा बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान गई और ताहिर अली से मिली। वहां 03 मई को खैबर पख्तूनख्वा में निकाह हुआ। इसके बाद 12 मई को उज्मा ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की कि उसके साथ बंदूक की नोंक पर निकाह किया गया था। शौहर उसके साथ मारपिट करता है। उसके सारे कागजात छिन लिए गए हैं। अब कोर्ट भारत लौटने में उसकी करे।
कोर्ट में चला हाईप्रोफाइल ड्रामा
हाई कोर्ट ने उज्मा की याचिका स्वीकार कर ली। तब तक उज्मा अपने शौहर को छोड़कर इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास में चली गई थी। कोर्ट में सुनवाई के दौरान अपनी बात बताते हुए एक बार उज्मा बेहोश होकर गिर भी पड़ी थी। उसे तत्काल इलाज मुहैया कराना पड़ा था।
वहीं उज्मा के कथित शौहर ताहिर अली का शिकायत है कि कोर्ट ने उसका पक्ष नहीं सुना। बकौल ताहिर, वह अपनी बीवी से केवल दो मिनट के लिए मिलना चाहता था, लेकिन कोर्ट ने अनुमति नहीं दी।
तमाम दलीलों को सुनने के बाद जस्टिस मोहसिन अख्तर कयानी ने ताहिर को आदेश दिया कि पासपोर्ट-विजा समेत उज्मा के सारे पेपर्स लौटाए और स्थानीय प्रशासन वाघा बॉर्डर के जरिए महिला को भारत भेजने में मदद करे। गुरुवार को उज्मा भारत लौट आई।
सुषमा फिर बनी मसीहा
पूरे प्रकरण में भारत सरकार की भूमिका भी अहम रही। उज्मा जहां पाकिस्तान में कानूनी लड़ाई लड़ रही थी, वहीं उसके भाई ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से गुहार लगाई थी। अब उज्मा के परिवार का कहना है कि सुषमा के प्रयासों से यह असंभव काम हुआ है।
आगे क्या होगा
ताहिर अली का कहना है कि उज्मा अभी भी उसकी बीवी है, क्योंकि दोनों ने एक-दूसरे को तलाक नहीं दिया है। पाकिस्तानी कानून के मुताबिक, अभी केस चलता रहा है और उज्मा की ओर से उसका वकील कोर्ट में पेश होगा। हालांकि केस को आगे बढ़ाने के लिए उज्मा पाकिस्तान जा सकती है।