उत्तर प्रदेश लखनऊ के जाने माने स्व. मौलाना मिर्जा मोहम्मद अतहर साहब ने मुंबई शहर में एक ही जगह पर मोहर्रम के अवसर पर लगातार 58 साल तकरीर करकर लिम्का बुक आफ रिकार्डस में नाम दर्ज कराया। धर्मगुरू के नाते विश्वास प्राप्त करना बड़ी बात है और यही उनकी विशेषता थी। उन्होंने शिक्षित समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी तथा समाज को दिशा दी। मौलाना मिर्जा अतहर केवल शिया समाज के नहीं बल्कि देश की शान हैं।
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मौलाना मिर्जा अतहर साहब की पहली पुण्य तिथि के अवसर पर मदरसा जामिया सुल्तानियाँ में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर उनके व्यक्तित्व पर आधारित मासिक पत्रिका ग्लोबल एक्सप्रेस के विशेषांक का लोकार्पण किया गया तथा अपने-अपने क्षेत्र में विशिष्ट सेवाओं के लिये राजबहादुर सिंह यादव, भुवनेश कुमार मण्डलायुक्त लखनऊ, डाॅ0 वजाहत हुसैन रिज़वी सम्पादक नया दौर तथा अनवार अब्बास इलाहाबादी संगम नगरी के उर्दू के प्रख्यात विद्वान एवं शायर को राज्यपाल द्वारा स्मृति चिन्ह व शाल देकर सम्मानित भी किया गया।
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यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने ग्लोबल एक्सप्रेस मीडिया गु्रप द्वारा अरबी मदरसे जामिया सुल्तानियाँ में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने लगभग पूरा प्रदेश घूमा है पर पहली बार किसी अरबी मदरसे के कार्यक्रम में आये हैं। भारत 2025 तक विश्व का सबसे बड़ा युवा शक्ति वाला देश होगा।
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युवा हमारी पूंजी हैं। इस पूंजी का अच्छा उपयोग होता है तो स्वाभाविक रूप से देश में बदलाव आता है। युवाओं को अच्छी शिक्षा और उचित दिशा देने से देश का भला हो सकता है। आतंकवादी भी पढे़ लिखे हो सकते हैं मगर विद्या के गलत उपयोग से समाज का नुकसान होता है। उन्होंने ग्लोबल मासिक पत्रिका की प्रशंसा करते हुये कहा कि आज के स्पर्धा के दौर में मासिक पत्रिका निकालना एक चुनौती है। उन्होंने कहा कि समाज को ऐसे साहित्य से दिशा निर्देशन की जरूरत है जिससे समाज को लाभ हो।
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वेतन समिति के अध्यक्ष एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति जी. पटनायक ने कहा कि स्व. मौलाना मिर्जा अतहर साहब ने समाज के सामने बहुत बड़ा आदर्श प्रस्तुत किया है। शिक्षा के साथ सही दिशा मिले तो छात्रों का विकास हो सकता है। उन्होंने कहा कि समाज को हम क्या दे सकते हैं, इस पर विचार करने की आवश्यकता है।
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अनीस अंसारी पूर्व कुलपति ने स्व. मौलाना मिर्जा अतहर के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि वे बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे तथा उन्होंने समाज को शिक्षा से जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य किया।
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इस अवसर पर जामिया सुल्तानियाँ के प्रधानाचार्य मौलाना सादिक रिज़वी, मौलाना यासूब अब्बास सहित अन्य वरिष्ठ धर्मगुरू व मदरसे के छात्रगण एवं गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन मिर्जा नुसरत अली ने दिया तथा संचालन डाॅ. अब्बास रजा नैय्यर ने किया।
@शाश्वत तिवारी