मुंबई- आक्रामक लहजा इस्तेमाल करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह महाराष्ट्र में अपने बल पर शिवसेना की सरकार बनाने के लिए कटिबद्ध हैं जो भाजपा के साथ साझेदारी में बढ़ते तनाव का परिचायक है । ठाकरे ने विधानसभा चुनावों के बाद भाजपा को बिना मांगे समर्थन की पेशकश करने पर शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को ‘निर्लज्ज पार्टी’ करार दिया।
उन्होंने पार्टी मुखपत्र ‘सामना’ में पार्टी सांसद संजय राउत के साथ एक साक्षात्कार में कहा, शिवसेना के पक्षप्रमुख (पार्टी प्रमुख) के रूप में यह मेरा कर्तव्य भी है और स्वप्न भी। महाराष्ट्र की सत्ता अकेले सिर्फ शिवसेना के पास हो। इस सत्ता को खिंच कर लाना, मेरा सपना ही नहीं बल्कि संकल्प है। यह सपना शिवसैनिकों का है। धीरे-धीर महाराष्ट्र की तमाम जनता का यही सपना होने लगेगा।
चुनाव के बाद सरकार बनाने के लिए भाजपा को समर्थन देने का वादा करने पर राकांपा के खिलाफ गुस्सा जताते हुए ठाकरे ने कहा, ‘राकांपा तो निर्लज्ज पार्टी है। उनके खिलाफ इतना कुछ कहे जाने के बाद भी किसी के ना मांगते हुए उन्होंने समर्थन दिया था। ऐसा शिवसेना के साथ नहीं हुआ। शिवसेना के पास भाजपा ने सही तरीके से जब समर्थन मांगा तब शिवसेना ने समर्थन दिया।
ठाकरे ने ‘चिक्की’ घोटाले समेत भाजपा मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच का आह्वान किया। चिक्की घोटाले को ले कर प्रदेश की महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री पंकजा मुंडे आरोपों से घिरी हैं। शिवसेना प्रमुख ने कहा, इन आरोपों में कितना दम है, पहले इसकी तत्काल जांच होनी चाहिए। इसमें अगर कोई सचाई है तो जांच होनी चाहिए।
क्योंकि ऐसा भी नहीं होना चाहिए कि आरोप लगा कर बदनाम किया और अपना दांव साध लिया। निष्पक्ष जांच कर उसमें जो सत्य है उसे जनता के सामने लाना चाहिए। ई-निविदा का रास्ता अपनाए बगैर महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से चिक्की समेत अनेक चीजों की आपूर्ति के लिए कुल 206 करोड़ रूपये मूल्य के करार करने में कथित अनियमितता की पृष्ठभूमि में मुंडे के इस्तीफे की मांग की गयी है।
ठाकरे ने कहा, ‘चिक्की के बारे में भयंकर खबरे आई हैं। अब यही चिक्की क्या ठेकेदारों के बीच की मारामारी है । क्या ठेका न मिलने से किसी ने दांव साधा है? इतनी गहराई तक जा कर देखना होगा। बिना टेंडर निकाले चिक्की खरीदने का अधिकार था क्या? एजेंसी