नई दिल्ली : देश में यौन शोषण के खिलाफ छिड़े #Me Too अभियान से नाम जुड़ने के बाद विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर कार्रवाई करने की मांग उठ रही है। हालांकि, सूत्रों से मुताबिक सरकार मामले को गंभीरता से ले रही है और जल्द कोई बड़ा फैसला भी ले सकती है।
इस बीच मी टू अभियान पर पहली बार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का बयान भी सामने आया है। शाह ने कहा है कि एमजे अकबर पर लगे आरोपों की जांच होगी। बता दें कि एमजे अकबर पर कई महिला पत्रकारों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है।
हैशटैग मी टू के साथ उन्होंने अपने साथ ही घटना की आपबीती बताई है। जिस पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा है, ‘देखना पड़ेगा कि यह सच है या गलत। हमें उस शख्स के पोस्ट की सत्यता जांचनी होगी, जिसने आरोप लगाए हैं।
वहीं, भाजपा की महिला मंत्रियों ने भी एमजे अकबर मामले में कार्रवाई की मांग की है। उनका भी कहना है कि सच सामने आना चाहिए और पीड़िताओं को न्याय मिलना चाहिए। माना जा रहा है कि मंत्री पर लग रहे आरोपों का पांच राज्यों के आगामी विधानसभा चुनाव पर असर पड़ सकता है, ये आरोप पार्टी की ‘महिला सशक्तिकरण’ की छवि को कमजोर कर सकते हैं।
ऐसे में जल्द से जल्द इस मामले पर कोई सख्त कदम उठाने की उम्मीद जताई जा रही है। उधर, इन आरोपों के बीच अकबर रविवार सुबह अपना विदेश दौरा खत्म कर दिल्ली पहुंचे हैं। IGI एयरपोर्ट पहुंचते ही उन्हें पत्रकारों के तीखे सवाल झेलने पड़े। हालांकि वे सवालों से बचते नजर आएं और उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मामले पर बाद में बयान देंगे। इसके अलावा उन्होंने पत्रकारों के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया।
#MeToo अभियान के तहत तकरीबन रोजाना नए-नए खुलासे के बाद एमजे अकबर पर कुर्सी छोड़ने का दबाव बना हुआ है। विपक्ष भी इस मसले पर सरकार पर हमलावर है।
वहीं, #MeToo अभियान के तहत बड़े-बड़े नामों के सामने आने के बाद केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भी हरकत में आया है। मंत्रालय ने #MeToo से जुड़े सभी मामलों की जांच के लिए एक कमेटी का गठन करने का फैसला लिया है। इस कमेटी में रिटायर्ड जज और कानूनविद बतौर सदस्य शामिल है।
बता दें अब तक कई महिला पत्रकार केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगा चुकी हैं। हालांकि, ये मामले तब के हैं जब एमजे अकबर एशियन एज समेत कई संस्थानों में वरिष्ठ पद पर थे। अब अकबर पर विदेशी पत्रकार Majlie de Puy Kamp ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं।
Majlie ने हफिंगटन पोस्ट से कहा है कि 2007 में जब वो इंटर्नशिप के लिए आईं तो वो सिर्फ 18 साल की थी और उनके साथ एमजे अकबर ने गलत हरकत करने की कोशिश की। गौरतलब है कि अब तक 10 महिला पत्रकारों ने एमजे अकबर पर #MeToo कैंपेन में सोशल मीडिया पर इस तरह के आरोप लिखे हैं।
इन दिनों #MeToo का तूफान चल रहा है। कई नामी शख्सियतें, जिन्होंने अतीत में अपनी ताकत का नाजायज फायदा उठाया था, वह अब सवालों के घेरे में हैं। अब तक अभिनेता आलोकनाथ, डायरेक्टर साजिद, बीबीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी सहित कई लोग इसके घेरे में आ चुके हैं।