भोपाल : जब तेज़ ठण्ड में कोई बुजुर्ग महिला आप को सड़क किनारे नजर आ जाए तो आप क्या करोगें। शायद उसके प्रति संवेदना जताएंगे या फिर उसे अपने पास से कोई चीज दे देंगे ताकि वह बुजुर्ग महिला ठण्ड से बच सके। हां शायद यही करोगें पर भोपाल में रहने वाले कुछ युवा मीडियाकर्मियों ने एक अनोखी पहल की है उन्होंने एक बुजुर्ग महिला को ठण्ड में ठिठुरता देख उसे अपना घर (वृद्धाश्रम) में पहुँचाया। जब इस से जुडी पोस्ट फेसबुक पर डाली गई है अब इन युवा पत्रकारों की चारों और प्रशंसा हो रही है।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में इन दिनों ठण्ड का जोर है ऐसे में अपने दफ्तर से देर रात घर जाते हुए बंसल न्यूज़ के सीनियर प्रोड्यूसर अनुराग सिंह और साथीयों ने अरेरा कॉलोनी में साँची पॉइंट के पास एक बुजुर्ग महिला को देखा तो उनके कदम ठहर गए। अनुराग सिंह बताया की दो दिनों से एक अज्ञात बुजुर्ग महिला साँची पॉइंट के पास बैठी रहती थी। बुजुर्ग महिला से जब बात की गई तो वह ठीक से कुछ बता नहीं पाई थी।
अनुराग ने उस बुजुर्ग महिला का फोटो भी अपनी फेसबुक वॉल पर शेयर किया था। अनुराग ने कहा की बुजुर्ग महिला से पहले दिन हुई बात में महिला ठीक से कुछ नहीं बताया जितना समझ में आया उस के हिसाब से लगा की वह प्रदेश के ही हरदा जिले की हो सकती है। दूसरे दिन भी बुजुर्ग महिला को वही देखा दो अपने वरिष्ट अधिकारियों को पुरे मामले से अवगत कराया उसके बाद बंसल न्यूज़ के संपादक शरद द्विवेदी , रक्षित मिश्रा , कोमल शर्मा , शिवांगी के सहियोग से उस बुजुर्ग महिला को भोपाल के अपना घर (वृद्धाश्रम) पहुँचाया।
इस निःस्वार्थ सेवा के जज्बे को अब फेसबुक पर खूब सराहा जा रहा है। अनुराग सिंह के करीबी मित्रों ने कहा कि आज की इस भागमभाग वाली जिंदगी में इस तरह की सेवा सच में दिल को सुकून पहुँचती है। अनुराग के मित्रों की माने तो ऐसी पहल करने वाले युवा पत्रकारों को राज्य सरकार ने सम्मानित करना चाहिए और रोड़ किनारे राह रहे बुजुर्गों को वृद्धाश्रम पहुँचाने का इंतेज़ाम करना चाहिए। आप को बता दें की अज्ञात बुजुर्ग महिला अपना घर (वृद्धाश्रम) भोपाल में रखा गया है। वह शायद गुजरती भाषा बोलने वाली हो सकती है।