मध्य प्रदेश के इंदौर में भी इस तरह की घटना हो चुकी है। यहां मेडिकल स्टाफ को एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की कॉन्टेक्ट की हिस्ट्री मिली थी, जिसके बाद मेडिकल टीम टाटपट्टी बाखल इलाके में लोगों की जांच के लिए गई थी। टीम ने जैसे ही लोगों से पूछताछ शुरू की। आरोपियों ने उन पर पथराव कर दिया। टीम में डॉक्टर, एएनएम, आशा कार्यकर्ता व तहसीलदार आदि भी शामिल थे। टीम के साथ पुलिस भी थी, जिसने इनको वहां से बचाकर निकाला।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के खिलाफ देश के डॉक्टर और स्वास्थ्य क्षेत्र से जुटे कर्मचारी अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों का इलाज कर रहे हैं और घर-घर जाकर उनकी जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं। लेकिन बावजूद इसके कई ऐसे लोग हैं जो स्वास्थ्यकर्मियों के साथ अभद्रता कर रहे हैं और उनक साथ मारपीट कर रहे है। मध्य प्रदेश के उज्जैन में ताजा मामला सामने आया है, यहां बिलोतीपुरा इलाके में जब स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे करने के लिए पहुंची तो स्थानीय लोगों ने इन लोगों को गालियां देनी शुरू कर दी और इन लोगों को धमकी दी। स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि स्थानीय निवासियों ने अपने बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया। इन लोगों ने हमे गालियां देनी शुरू कर दिया और धमकी देने लगे।
इससे पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं जब स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला किया। मध्य प्रदेश के इंदौर में भी इस तरह की घटना हो चुकी है। यहां मेडिकल स्टाफ को एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की कॉन्टेक्ट की हिस्ट्री मिली थी, जिसके बाद मेडिकल टीम टाटपट्टी बाखल इलाके में लोगों की जांच के लिए गई थी। टीम ने जैसे ही लोगों से पूछताछ शुरू की। आरोपियों ने उन पर पथराव कर दिया। टीम में डॉक्टर, एएनएम, आशा कार्यकर्ता व तहसीलदार आदि भी शामिल थे। टीम के साथ पुलिस भी थी, जिसने इनको वहां से बचाकर निकाला।
बता दें कि भारत में कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ रहा है। भारत में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 4421 पहुंच चुकी है, जबकि इस संक्रमण से अबतक कुल 114 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 326 लोग जो इस वायरस से संक्रमित थे, वह सही होकर घर को लौट चुके हैं। कोरोना संक्रमण के चलते भारत में 21 दिन का लॉकडाउन किया गया है।
Madhya Pradesh: A medical team that had visited Bilotipura area in Ujjain for a medical survey of the residents of the area claim that they were verbally abused and threatened by the residents who had refused to share information with them. pic.twitter.com/PEvwJrM3r3
— ANI (@ANI) April 7, 2020