मेरठ [ TNN ] यहां एक युवती से गैंगरेप और जबरन धर्म परिवर्तन के मामले में नया मोड़ आ गया है। पीड़ित लड़की ने कहा है कि उसका न तो गैंगरेप हुआ और न ही धर्म परिवर्तन कराया गया। लड़की ने यह भी आरोप लगाया कि उसे अपने ही परिवार से जान का खतरा है। लड़की का कहना है कि नेताओं ने परिवार वालों को पैसे देने बंद कर दिए, जिस वजह से वे अब उसके साथ मारपीट कर रहे हैं। पीड़ित युवती ने बीजेपी के नेता विनीत अग्रवाल पर उसके घरवालों को पैसे देने का आरोप लगाया है।
पीड़ित युवती का कहना है कि 7 अगस्त को विनीत अग्रवाल ने 25 हजार रुपए दिए थे और आगे भी हर संभव मदद का आश्वासन दिया था। पुलिस को दी लिखित शिकायत में युवती ने कहा कि उसके परिजन उसे लगातार परेशान कर रहे हैं। यदि वह थाने नहीं पहुंचती तो उसे मार दिया जाता। पुलिस ने युवती को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से उसे नारी निकेतन भेज दिया गया है।
यहां है पूरा मामला
यहां के थाना खरखौदा क्षेत्र के गांव सरावा की एक हिंदू लड़की ने आरोप लगाया था कि 30 जुलाई को गांव के ही प्रधान और हाफिज नाम के शख्स ने अपने साथियों के साथ मिलकर हापुड़ से उसका अपहरण कर लिया था। इसके बाद आरोपियों ने उसके साथ गैंगरेप किया और जबरन धर्म परिवर्तन कराया। युवती ने तीन अगस्त को इस संबंध में अपने परिजनों को आरोपियों के चुंगल से छूटकर आने की बात कहते हुए यह जानकारी दी थी।
अपहरण की जानकारी मिलने के बाद पीड़िता के परिजनों ने थाना खरखौदा में आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। धर्म परिवर्तन और गैंगरेप का मामला सामने आने पर मामले ने तूल पकड़ लिया था। युवती के बयान के आधार पर पुलिस ने जांच-पड़ताल की थी। इस मामले में ग्राम प्रधान और आरोपी हाफिज सन्नाउल्ला सहित 10 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। गिरफ्तार आरोपियों में दो महिलाएं भी शामिल थीं, जो अभी जेल में बंद हैं। ऐसे में, रविवार को युवती द्वारा अपने परिजनों पर जान से मारने का आरोप लगाए जाने से इस घटनाक्रम में नया मोड़ आ गया है।
यह मामला सामने आने के बाद पुलिस-प्रशासन ने दो सांप्रदायों से जुड़ा मामला होने चलते पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा के लिए दो सशस्त्र सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराए थे। यह दोनों सुरक्षाकर्मी पीड़िता और परिवार की सुरक्षा के चलते गांव में ही रहते थे। बताया गया कि पीड़िता और उसके परिजनों ने शनिवार को लिखित में सूचना देकर उन दोनों सुरक्षाकर्मियों को वापस भेज दिया था।
रविवार को परिवार और पीड़िता की सुरक्षा में कोई सुरक्षाकर्मी तैनात नहीं था। इसी का फायदा उठाकर पीड़िता घर से मेरठ चली आई। दूसरी ओर, इस ताजा घटनाक्रम के बाद एसएसपी के निर्देश पर पीड़िता के घर पर फिर से दो सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए हैं।