मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय ने पुलवामा हमले को लेकर कश्मीरियों पर विवादित बयान दिया है।
उन्होंने कहा है कि कश्मीरी लोगों और कश्मीर के समान का बायकॉट कर देना चाहिए। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कश्मीर नहीं जाना चाहिए और अगले दो सालों तक अमरनाथ यात्रा पर भी नहीं जाना चाहिए।
तथागत रॉय ने कहा, ‘पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले को लेकर देश में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। हर कोई कश्मीर का हल चाहता है। कश्मीर से आने वाले सामानों का बहिष्कार करना चाहिए।’
उन्होंने आगे ट्वीट किया, ‘पाकिस्तान की सेना (जो कश्मीरी अलगाववादियों को निर्देश देती हैं) 1971 में पूर्वी पाकिस्तान में थी। वहां पाकिस्तानी सैनिकों ने बलात्कार और हत्याएं की। मैं यह सुझाव नहीं दे रहा हूं कि हम उतनी दूर जाएं, लेकिन कम से कम कुछ दूरी?’
हालांकि, इस विवादित बयान पर सफाई देने के कुछ देर बार ही उन्होंने एक दूसरा ट्वीट किया। इसमें अपने पिछले बयान पर सफाई देते हुए उन्होंने लिखा, ‘यह एक रिटायर्ड सेना कर्नल के मीडिया और कई अन्य लोगों को दिए गए अहिंसात्मक सुझाव हैं। सैंकड़ों लोगों द्वारा हमारे सैनिकों की हत्या और 3.5 लाख कश्मीरी पंडितों को बाहर निकालने के लिए एक विशुद्ध रूप से गैर-विशुद्ध प्रतिक्रिया।’
इससे पहले भारतीय सेना ने सीआरपीएफ के काफिल पर हुए हमले को लेकर साफ किया कि जैश के इस आतंकी हमले में सीधे तौर पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ था।
सेना ने बताया है कि जैश ने पाकिस्तान और ISI की मदद से पुलवामा में हमला किया है।