जम्मू/श्रीनगर : कठुआ गैंगरेप मामले में देशभर में उबाल देखा जा रहा है। वहीं इसको लेकर जम्मू-कश्मीर की सियासत भी नए मोड़ पर खड़ी है। इस मामले में कथित रूप से आरोपियों का समर्थन करने वाले जम्मू-कश्मीर सरकार के दो मंत्रियों (चौधरी लाल सिंह और चंद्र प्रकाश गंगा) का इस्तीफा मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंजूर कर लिया है। राज्य में पीडीपी-बीजेपी की साझा सरकार है।
इस बीच दिल्ली और मुंबई में उन्नाव-कठुआ कांड को लेकर लोग एक बार फिर सड़कों पर उतरे। दिल्ली में संसद मार्ग के पास लोगों ने इन दो घटनाओं को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, मुंबई के बांद्रा स्थित कार्टर रोड इलाके में लोगों ने अपने गुस्से का इजहार किया।
रविवार को सीएम महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी के दोनों मंत्रियों का इस्तीफा मंजूर करते हुए उसे गवर्नर के पास भेज दिया। बता दें कि रेप आरोपियों का समर्थन करने के आरोप के चलते इन दोनों मंत्रियों ने शुक्रवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
1 मार्च की रैली में लिया था हिस्सा
बीजेपी के मंत्रियों ने आरोपियों के समर्थन में एक मार्च को निकाली गई रैली में हिस्सा लिया था। राज्य बीजेपी के अध्यक्ष सत शर्मा को दोनों मंत्रियों के इस्तीफे रविवार सुबह मिले, जिनको महबूबा सरकार के पास भेज दिया गया। महबूबा सरकार ने मंजूरी के बाद इस्तीफे पर औपचारिक मुहर के लिए राज्यपाल एनएन वोहरा को भेजा।
22 पहुंची मंत्रियों की संख्या
इन दो इस्तीफों के साथ ही राज्य की पीडीपी-बीजेपी सरकार में मंत्रियों की संख्या 22 पहुंच गई है। महबूबा सरकार में बीजेपी कोटे से 9 मंत्री हैं। इसके साथ ही राज्य में अब कुल 3 मंत्रियों के पद रिक्त हैं। पिछले महीने राज्य सरकार ने वित्त मंत्री हसीब द्राबू को बर्खास्त कर दिया था।
कठुआ मामले में इस्तीफा देने वाले दोनों मंत्रियों ने क्राइम ब्रांच की कार्रवाई को जंगलराज करार देते हुए पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चुनौती दी थी। इस मामले में महबूबा मुफ्ती ने देशभर के लोगों के साथ खड़े होने पर शुक्रिया अदा किया था। इससे पहले शनिवार को बीजेपी और पीडीपी विधायक दल की अलग-अलग बैठक हुई थी। इसमें बच्ची के साथ दरिंदगी के बाद ध्रुवीकरण के हालात पर चर्चा की गई।
कठुआ केस में 8 आरोपी
गौरतलब है कि आरोपी मंत्रियों का बचाव करते हुए बीजेपी नेता राम माधव ने मीडिया से कहा था कि दोनों नेता भीड़ को समझाने गए थे लेकिन इस बात को गलत तरीके से समझा गया। उन्होंने यह भी कहा था कि दोनों मंत्रियों पर प्रो-रेपिस्ट होने का जो आरोप लगाया जा रहा है, वह सरासर गलत है।
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के एक गांव में 8 साल की बच्ची के साथ वीभत्स गैंगरेप और हत्या के मामले में पुलिस ने 8 लोगों को आरोपी बनाया है। इसमें रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी और विशेष पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।