नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ने गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर राज्य में 12 दिन से जारी कर्फ्यू जैसे हालात पर सवाल किए हैं। 15 अगस्त को लिखे अपने खत में इल्तिजा ने शाह से सवाल किया है कि कश्मीरियों को जानवरों की तरह कैद कर उनको बुनियादी अधिकारों से तक महरूम रखा गया है, वो परेशानियों का सामना कर रहे हैं और बाकी देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा है।
जावेद ने एक वॉयस मैसेज भी जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि मीडिया से बात करने पर आर्मी और प्रशासन की ओर से धमकियां दी जा रही हैं। इल्तिजा ने कहा है कि मीडिया से बात करने पर मुझे हिरासत में लिया गया। मुझसे कहा गया कि अगर मैंने दोबारा मीडिया से बात की तो इसके नतीजे अच्छे नहीं होंगे। मेरे साथ किसी क्रिमिनल की तरह बर्ताव किया जा रहा है। मेरी मां को गिरफ्तार किया गया है और मुझ पर भी लगातार नजर रखी जा रही है। मैं अपनी जान का भी खतरा महसूस कर रही हूं।
बता दें कि केंद्र सरकार के जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने और सूबे को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के फैसले के बाद वहां कर्फ्यू जैसे हालात हैं। 5 अगस्त से जम्मू कश्मीर में संचार के सभी साधन बंद हैं, यहां तक कि अखबार भी नहीं छप रहे हैं। राज्य के ज्यादातर नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और मानवाधिकार एक्टिविस्ट गिरफ्तार किया गया है। किसी इमरजेंसी की स्थिति में ही लोगों को घरों से निकलने दिया जा रहा है।
इल्तिजा ने इससे पहले भी व्हाट्सऐप पर अपना बयान जारी करके अपनी मां महबूबा मुफ्ती को हिरासत में लिए जाने की जानकारी दी थी। उन्होंने शाह के संसद में दिए बयान को भी झूठा बताया था जिसमें उन्होंने नेताओं को हिरासत में ना लेने की बात कही थी। इल्तिजा ने कहा था कि जम्मू कश्मीर में मास हाउसअरेस्ट किया गया है। गृहमंत्री गलत बोल रहे हैं कि फारूक अब्दुल्ला और बाकी नेताओं को नजरबंद नहीं किया गया है, सभी हिरासत में हैं।