खरगोन – विधार्थियो का भविष्य बनाने वाले ही जब कर्तव्य पर खरे न उतरे तो ऐसे मामले ही सामने आते है जिसमे विद्यार्थी अपना भविष्य ख़राब होता देख गलत कदम उठा लेते है या मौत तक को लगे लगा लेते है । हालाँकि खरगोन के बलकवाड़ा हाई स्कुल की छात्रा मोनिका गुप्ता को परिजनों ने न केवल समझा बल्कि उसकी समस्य्या को लेकर जिला प्रशासन से गुहार भी लगाई है लेकिन इस मामले में जिम्मेदारों के प्रति जवाबदेही के बजाय अपर कलेक्टर पी आर कतरोलिया भी सवालो के जवाब से बचने का प्रयास करते नजर आये बजाय पीड़ित छात्रा की समस्य्या के निराकरण की बात करने के उलटे उन्हें ही भोपाल माध्यमिक शिक्षा मंडल जाने का रास्ता दिखा दिया ।
– यह है मामला
खरगोन के बलकवाड़ा कन्या हाई स्कुल की छात्रा मोनिका गुप्ता अपने पिता दिलीप गुप्ता जनसुनवाई में शिकायत लेकर पहुंची। जिसमे बताया गया की उसे 10 वीं की परीक्षा में पूरक दे दी गई है जबकि वह गत वर्ष में भी टॉपर रही वही अभी भी सभी विषयो में लगभग 90 प्रतिशत अंक लाइ है बावजूद इसके उसे गणित में पूरक दे दी गई । छात्रा ने बताया की आशंका होने पर जब हमने गणित सब्जेक्ट की कॉपी खुद देखि तो साफ हुआ कि मेरी गणित की उत्तर पुस्तिका में रोल नंबर के साथ छेड़खानी कर उसे बदला गया है मेरे बाद के उत्तर पुस्तिका से । क्या वजह रही , किसने किया और क्यों किया यह जाँच का विषय है । साथ ही मुझे दी गई गणित की उत्तर पुस्तिका में मेरी हैंड रायटिंग ने होने से शक साफ हो गया । मेरे बाद के छात्र के रिजल्ट में जब हमने देखा तो उसे सभी विषयो में 25 से 40 अंक मिले है जबकि गणित में 90 अंक मिले ।
पीड़िता के पिता दिलीप गुप्ता ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है । साथ ही इस तरह की लापरवाही पर अंकुश भी लगे जिससे विद्यार्थियों को बेवजह फेल होने पर आत्महत्या जैसे आत्मघाती कदम न उठाना पड़े ।
इस मामले में जब अपर कलेक्टर पी आर कतरोलिया से मीडिया ने बात करनी चाही तो सिरे से नकारते हुए पीड़ित परिजनों को सीधे भोपाल मुख्यालय का रुख दिखा दिया ।
रिपोर्ट :- फरीद शेख