वाशिंगटन- भीषण गरीबी की समस्या का समाधान कंप्यूटर और इंटरनेट में नहीं, बल्कि मुर्गियों में छुपा है। अमीरों में अमीर और सॉफ्टवेयर की दुनिया के दिग्गज बिल गेट्स ने गरीबी मिटाने का नायाब नुस्खा दिया है। माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक गेट्स की मानें तो एक परिवार को कुछ मुर्गी और मुर्गे पालने के लिए देकर उसकी गरीबी जड़ से दूर की जा सकती है।
दुनिया के सबसे दौलतमंद व्यक्ति गेट्स ने अपनी वेबसाइट गेट्सनोट्स डॉट कॉम में लिखा है कि उन्हें लगता है कि यदि घोर गरीबी में रहने वालों के पास चूजे हों तो उनकी स्थिति में सुधार हो सकता है। इसी बात का एहसास करते हुए उन्होंने इन्हें दान करने की मुहिम शुरू कर दी है। फिलहाल इसकी शुरुआत उप-सहारा के अफ्रीकी
देशों से की गई है। दुनियाभर में दान देने के लिए मशहूर गेट्स की बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने इसकी खातिर ग्लोबल डेवपलपमेंट ग्रुप हीफर इंटरनेशनल के साथ करार किया है। इसके तहत रोजाना दो डॉलर (करीब 134 रुपये) से भी कम पर जीवनयापन कर रहे परिवारों को एक लाख चूजे दान किए जाएंगे। गेट्स क्षेत्र के 30 फीसद ग्रामीण परिवारों को अच्छी किस्म के ऐसे चूजे देना चाहते हैं जिन्हें बीमारियों से बचाव के टीके लगे होंगे।
गेट्स के मुताबिक, यह इसलिए अच्छा निवेश है क्योंकि चूजों की देखभाल आसानी से हो सकती है। ये तेजी से बढ़ते हैं। अंडे और चिकन मीट परिवार का पोषण बढ़ा सकते हैं। इससे महिलाओं का सशक्तीकरण करने में भी मदद मिलेगी। वे आसानी से इनकी देखभाल कर सकती हैं। इनको पालने में बड़े मवेशियों जैसी समस्याएं नहीं हैं।घर में छोटी सी जगह में चूजे पल सकते हैं।