चंडीगढ़- पंजाब के लुधियाना में एक नरभक्षी नाबालिग का मामला सामने आया है। 16 वर्षीय किशोर ने 9 साल के एक मासूम बच्चे की हत्या कर दी। उसके बाद उसके शव के 6 टुकड़े कर खा गया और खून पी गया। सोमवार को लापता हुए दीपू कुमार का शव अगले दिन शहर के डुगरी इलाके में पाया गया था। हत्यारे ने दीपू की हत्या कर उसका सिर काट लिया था और उसे पास के खाली प्लॉट में फेंक दिया था। आरोपी और पीड़ित दोनों ही प्रवासी मजूदरों के बच्चे हैं और एक ही गली में रहते थे।
बेटे की चाहत में बेटी की बलि दी,पिया मासूम का खून
पुलिस ने बताया कि 9 साल के बच्चे की हत्या करने के बाद 8वीं में पढ़ने वाला किशोर घर लौट आया और सामान्य व्यवहार कर रहा था, जैसे कुछ हुआ ही न हो। यहां तक उसने अपने पिता के लिए खाना भी बनाया। उस वक्त उसकी मां बड़े बेटे के साथ चंडीगढ़ में थी।
संत छोटे सरकार पर लगा बच्चे की बलि का आरोप !
पुलिस ने बताया कि इलाके की सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर इस मामले का खुलासा हो सका। कैमरे में आरोपी को दीपू के साथ देखा गया था। इसके बाद पुलिस ने किशोर को अरेस्ट कर लिया, जिसे पूछताछ में हत्या करने और मांस खाने की बात स्वीकार कर ली।
न विचार न सिद्धांत: केवल सत्ता महान?
डेप्युटी कमिश्नर भूपिंदर सिंह ने कहा, ‘यह मामला नरभक्षण का है। आरोपी किशोर इंसान का मांस खाना चाहता था। उसने हमें बताया कि वह कच्चा मांस खाना चाहता था। कई बार इसी तलब में वह अपने अंगों की ही चबा चुका था।’ अधिकारियों ने आरोपी किशोर को मेडिकल और मानसिक परीक्षण के लिए भेजा है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि सोमवार को दोपहर 1.40 बजे वह दीपू को पतंग के लिए मांझा देने के बहाने घर से लेकर आया था। उस वक्त उसके पैरेंट्स काम पर गए हुए थे।
आरोपी ने मासूम की हत्या कर दी और उसके बाद धारदार हथियार से उसके अंगों के टुकड़े कर डाले। इसके बाद उसने शरीर के अंगों को पॉलिबैग्स में भरा और साइकल में लेकर फेंकने चला गया। मासूम के शरीर से दिल निकालकर उसने स्कूल के कैंपस में फेंक दिया था। उसने बताया कि वह अपने टीचर्स से नफरत करता था और उन्हें बदनाम करना चाहता था। पुलिस ने एक वॉटर टैंक से मासूम का दिल बरामद कर लिया है। [एजेंसी]