ब्रिटेन में दोहरे हत्याकांड के आरोप में प्रेमी जोड़े को 20 साल की सजा सुनाई गई है। उन्हें ब्रिटेन में इस कांड को अंजाम देने के लिए सबसे कम उम्र का आरोपी बताया जा रहा है क्योंकि उन्होंने जब वारदात को अंजाम दिया तब उनकी की उम्र महज 14 साल थी। दोनों नाबालिगों ने अप्रैल में 49 साल की एक मां एलिजाबेथ एडवर्ड्स और 13 साल की बेटी केटी एडवर्ड्स का कत्ल किया।
खूनी मंजर के पीछे की वजह आपसी रंजिश बताई जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार एलिजाबेथ एक डिन्नर लेडी थी और उसका आरोपी लड़की से किसी बात पर पुराना विवाद चल रहा था। लेकिन इस विवाद की सनक ऐसी चढ़ी की लड़की ने साजिश के तहत दोनों मां-बेटी को मौत के घाट उतार दिया।
जिस दिन कत्ल हुआ उस दिन मां-बेटी सो रही थी। प्रेमी जोड़ा चुपचाप घर में घुसा और सोती हुई मां-बेटी पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। पुलिस के मुताबिक करीब 10 बार वार करने के बाद मां-बेटी का गला काट कर उनका बेरहमी से कत्ल कर दिया गया।
अंग्रेजी वेबसाइट की खबर के मुताबिक हैरान करने वाली बात है कि हत्या करने के बाद सनकी जोड़ा मौके से फरार होने के बाद फरार नहीं हुआ बल्कि दोनों ने घटनास्थल पर पार्टी की। दोनों ने पहले केक खाया और चर्चित हॉलीवुड फिल्म ट्वाईलाईट देखी। हॉरर फिल्म देखने वाले इस जोडे़ को ट्वाईलाईट किलर्स भी कहा जा रहा है। इसके बाद दोनों साथ नहाए और फिर शारीरिक संबंध भी बनाए।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने फटकार लगाते हुए कहा कि नाबालिग होने का यह मतलब नहीं कि बर्बरता से किए गए कत्ल की सजा ही नहीं दी जाए। जज ने कहा कि लड़की चाहती तो अपने प्रेमी को साजिश करने से रोक सकती थी, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। रोकने की बजाय वह इस घिनौने अपराध का हिस्सा बन गई।
सुनवाई के दौरान जज ने सजा सुनाई तो दोनों नाबालिग आरोपियों को पछतावा नहीं था। बताते चलें कि लड़के ने अपने गुनाह को कबूल कर लिया है, जबकि लड़की के पक्ष ने मानसिक तौर पर बीमारी की बात रखी। [एजेंसी]