चित्रकूट : गांधी जयंती के दिन नाथूराम गोडसे की प्रतिमा स्थापित करने की कोशिश करने का मामला सामने आया है। चार लोग, जो खुद को राष्ट्रीय सनातन दल का सदस्य होने का दावा कर रहे थे, ने जिले के राजापुर तहसील के सगवारा गांव में गोडसे की प्रतिमा स्थापित करने की कोशिश की।
इस घटना के बाद से पूरे इलाके में तनाव व्याप्त हो गया। इलाके के स्थानीय लोग इस घटना से नाराज हो गए। हालांकि, प्रशासन ने सूचना मिलते ही संस्था के संस्थापक सदस्य ब्रजेश पांडेय सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया और उनसे पूछताछ की गई।
घटनास्थल और पूरे इलाके में स्थिति को नियंत्रित करने के मद्देनजर पुलिस बल को तैनात किया गया है।
टाईम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ग्रामीणों ने पुलिस को बताया, “गांधी जयंती के दिन चार लोग आए और गांव से बाहर एक स्थान पर नाथूराम गोडसे की प्रतिमा स्थापित करने की तैयारी करने लगे।
जिस जमीन पर यह प्रतिमा स्थापित की जा रही थी, वह रमेंद्र नामक व्यक्ति की है, जो खुद को राष्ट्रीय सनातन दल के सदस्य और इस संस्था के चित्रकूट मंडल के अध्यक्ष बताते हैं। दो लोग इस इलाके के नहीं हैं। ये पहली बार यहां देखे गए।”
चित्रकूट के एसपी मनोज कुमार झा ने बताया, “सगवारा गांव के रहने वाले लोगों हमें बताया कि कुछ लोग गांव के बाहर नाथूराम गोडसे की प्रतिमा स्थापित करने वाले हैं। यह इलाका राजापुर पुलिस थाना क्षेत्र में पड़ता है।
सूचना मिलते ही एक पुलिस टीम और राजापुर एसडीओ को मौके पर भेजा गया और वहां से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। उनमें से दो चित्रकूट के हैं, एक बक्सर के और एक अन्य बांदा के हैं। पुलिस ने उस प्रतिमा को भी हटा दिया है, जो जिला प्रशासन की अनुमति के बगैर स्थापित किया जा रहा था।
इस घटना की जांच शुरू कर दी गई है।” एसपी ने आगे बताया, “जांच प्रक्रिया जारी है। हम पता लगाने की कोशिश कर हैं कि आरोपियों के पास से यह प्रतिमा कहां से आई। हम यह भी पता कर रहे हैं कि गांधी जयंती के दिन नाथूराम गोडसे की प्रतिमा स्थापित कर तनाव पैदा करने का षडयंत्र तो नहीं रचा गया था? जल्द ही पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी।”