नई दिल्ली: अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया है कि केंद्र सरकार देश के अल्पसंख्यकों की बेहतरी के लिए कई योजनाएं आने वाले पांच साल में चलाएगा। नकवी ने बताया है कि देश के मदरसों को फॉर्मल एजुकेशन और मेनस्ट्रीम एजुकेशन से जोड़ा जाएगा। इससे मदरसों के बच्चे भी समाज के विकास में योगदान कर सकेंगे।
#WATCH Union Minister of Minority Affairs Mukhtar Abbas Naqvi: Madrasas which are there in large number across the country are to be connected with the formal education & mainstream education so that those children in Madrasas can also contribute in the development of the society pic.twitter.com/wHPO9zed4N
— ANI (@ANI) June 11, 2019
नकवी ने कहा, मदरसा शिक्षकों को विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से ट्रेनिंग दिलवाई जाएगी। ताकी वो मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, कंप्यूटर आदि की शिक्षा दे सके। केंद्र सरकार इसका ड्राफ्ट जल्द ही बना लिया जाएगा और अगले महीने से ही इसे लागू करने की कोशिश भी होगी। नकवी ने बताया केंद्र सरकार अल्पसंख्यक वर्गों को शिक्षा और रोजगार के जरिए सशक्त करना चाहती है।
केंद्र सरकार की ओर से पांच करोड़ अल्पसंख्यक बच्चों को स्कॉलरशिप का लाभ दिया जाएगा। अगले पांच वर्षों में प्री-मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक एवं मेरिट-कम-मीन्स आदि योजनाओं के जरिए 5 करोड़ छात्रों को स्कालरशिप दी जाएगी। इनमें 50 प्रतिशत से ज्यादा लड़कियों को शामिल किया जाएगा। इनमें आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की लड़कियों के लिए 10 लाख से ज्यादा बेगम हजरत महल बालिका स्कॉलरशिप भी शामिल है।
मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया है कि अल्पसंख्यक वर्ग की बीच में स्कूल छोड़ने वाली लड़कियों को देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों से ब्रिज कोर्स करा कर उन्हें शिक्षा और रोजगार से जोड़ा जाएगा। साथ ही जिन क्षेत्रों में शैक्षणिक संस्थाओं के लिए पर्याप्त ढांचागत सुविधाएं नहीं हैं, वहां प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत पॉलिटेक्निक, आई.टी.आई, गर्ल्स हॉस्टल, स्कूल, आवासीय विद्यालय बनाए जाएंगे।