पाकिस्तान क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तान मिस्बाह उल हक ने ऐलान किया है कि वो विश्वकप के बाद वन-डे क्रिकेट और टी-20 क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे लेकिन वो अभी टेस्ट क्रिकेट खेलते रहेंगे। पाक मीडिया से बात करते हुए मिस्बाह ने कहा कि उन्होंने काफी सोच-विचार कर यह फैसला किया है। गौरतलब है कि पाकिस्तान क्रिकेट के बड़े नामों में से एक मिस्बाह को पाक टीम की सबसे लंबे वक्त कप्तानी करने का सौभाग्य प्राप्त है।
फिलहाल मिस्बाह का पूरा फोकस इस समय अगले महीने होने वाले विश्वकप पर ही है। आपको बता दें कि मिस्बाह ने अपना पहला वन डे साल 2002 में खेला था। उन्होंने अब तक 153 वन-डे मैचों में 42.83 की औसत से 4,669 रन बनाए हैं। वर्ल्ड कप में उनके सामने वन-डे क्रिकेट में पांच हजार रन पूरे करने का भी मौका होगा।
विश्वकप 2015 के बाद पाकिस्तान के सबसे सफल कप्तान मिस्बाह लेंगे वनडे से संन्यास पिछले साल नवंबर में न्यूजीलैंड पर मिली 248 रनों की बड़ी जीत के साथ ही मिस्बाह उल हक पाकिस्तान के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बन गए थे। मिस्बाह की कप्तानी में पाकिस्तान की यह 15वीं जीत थी। मिस्बाह ने यह सफलता महज 32 मैचों में कप्तानी करते हुए हासिल की थी।
मिस्बाह के नेतृत्व में पाकिस्तान को नौ में हार का सामना करना पड़ा है जबकि आठ मैच ड्रा रहे। मिस्बाह हैं पाकिस्तान के सबसे सफल टेस्ट कप्तान इससे पहले इमरान खान और जावेद मियांदाद की कप्तानी में पाकिस्तान ने 14-14 मैच जीते थे। इमरान और जावेद ने हालांकि क्रमश: 48 और 34 मैचों में पाकिस्तान टेस्ट टीम की कप्तानी की। वसीम अकरम द्वारा की गई 25 मैचों की कप्तानी में पाकिस्तान ने 12 मैच जीते हैं। वहीं, इंजमामुल हक द्वारा की गई 31 मैचों की कप्तानी में पाकिस्तान 11 में विजयी रहा है।