पुणे- जेएनयू विवाद पर महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे ने अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि ‘जेएनयू में राष्ट्रविरोधी नारेबाजी की निंदा की जानी चाहिए, लेकिन बीजेपी को देशभक्ति या राष्ट्रद्रोह का प्रमाण पत्र नहीं जारी करना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘बीजेपी को जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ अपने गठबंधन को लेकर काफी जवाब देना है।’
ठाकरे ने पुणे में एक कार्यक्रम में शनिवार को कहा कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में कथित देशद्रोह के मुद्दे का राजनीतिकरण करके देशभक्ति का प्रमाण पत्र नहीं जारी किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने पीडीपी के साथ जम्मू-कश्मीर में गठबंधन किया और बाहर देशभक्ति का प्रमाण पत्र बांट रही है। राज ठाकरे ने कहा कि बीजेपी को विश्वविद्यालय परिसरों में अपनी छात्र शाखा एबीवीपी को लाकर मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।
गौरतलब है कि इसके पूर्व जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) राष्ट्रभक्ति के प्रमाण पत्र बांटने की एजेंसी न खोले, बल्कि केंद्र सरकार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की रिहाई कराए ! उन्होंने कहा कि अगर कन्हैया को रिहा न कराया गया तो संसद और संसद के बाहर इस मामले पर आर-पार की लड़ाई होगी !