पुलिस और प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद मॉब लिंचिंग की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही हैं। शनिवार को एक बार फिर भीड़ ने बच्चा चोर की अफवाह में एक निर्दोष की पीट-पीटकर जान ले ली।
यह घटना बिहार की राजधानी पटना के नौबतपुर के महमदपुर की है। कातिल भीड़ ने उस निर्दोष को इतना पीटा की अस्पताल ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गई।
घटना के सूचना के बाद पुलिस ने गांव में छापेमारी कर 22 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के वीडियो के आधार पर बाकियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
दरअसल, अंजान व्यक्ति को देखते ही महमदपुर गांव में किसी ने बच्चा चोर का अफवाह फैला दिया। इसके बाद भीड़ ने उस निहत्थे व्यक्ति को लाठी-डंडे के साथ चारों तरफ से घेर लिया और बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी।
भीड़ के हत्थे चढ़े युवक को भीड़ घंटों तक घसीटती रही और बाद में उसे खेत में लिटाकर लाठी-डंडों से जमकर पीटा।
पीड़ित इतना बेबस था कि वो रहम की भीख मांगने के सिवाय कुछ कर भी नही सका और आखिरकार कातिल भीड़ ने उसकी जान ले ली।
इस मॉब लिंचिंग ने एक बार फिर एक निर्दोष की हत्या कर दी। मॉब लिंचिंग की घटनाओं में अमूमन पटना पुलिस लोगों की जान बचा लेती है, पर इस बार तो पुलिस भी समय से नही पहुंच पाई और निर्दोष व्यक्ति की जान चली गई।
बाद में कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और दर्जनों लोगों को हिरासत में ले लिया।
फिलहाल वीडियो से देखकर सभी की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा रही है। जिस दौरान ये घटना हुई वहां मौजूद कुछ लोग उसका वीडियो बना रहे थे जिससे कि वो उसे वायरल कर सकें।
इस तरह के वीडियो वायरल होने से ही मॉब लिंचिंग की घटनाएं रूक नहीं रही हैं। पुलिस का जागरूकता अभियान भी काम नहीं आ रहा।
पटना के एसएसपी और राज्य के डीजीपी खुद जनता से अपील कर चुके हैं कि वो बच्चा चोरी की अफवाहों पर ध्यान न दें। लेकिन लोग इन या तो सुन नहीं पा रहे या उसे समझने को तैयार नहीं है।
मृतक की पहचान नही हो सकी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।