राजस्थान में मॉब लिंचिंग की घटनाएं रुक नहीं रहीं। ताजा घटनाक्रम में मुस्लिम युवकों द्वारा मछली मारने पर एक समुदाय के कुछ लोगों ने उस पर ताबड़-तोड़ हमले कर दिए जिससे वो बुरी तरह जख्मी हो गया और बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
मामला राजस्थान के चितौड़गढ़ जिले के खेड़ी गांव का है, जहां रुपरेल नदी के किनारे बने एक मंदिर के पास तीन मुस्लिम शख्स मछली मारने पहुंचा था लेकिन गांववालों ने उन्हें खदेड़ दिया।
एचटी मीडिया के मुताबिक मामला 17 सितंबर का है लेकिन घायल युवक ने 22 सितंबर को उदयपुर के सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 17 सितंबर को अजहर खान (22) तीन अन्य लोगों शाहनवाज खान (23), नौशाद खान (47) और अनवर खान (41) के साथ रूपारेल नदी में मछली मारने गया था। वहां मौजूद कुछ लोग उन्हें देख रहे थे। जब इन लोगों ने मछली मारने के लिए जाल फैलाया तभी कुछ लोगों ने उन पर हमला बोल दिया और मंदिर को गंदा करने का आरोप लगाया।
इनमें से बाकी तीन लोग भागने में कामयाब रहे मगर अजहर खान भागने के चक्कर में वहीं गिर गया। जमीन पर गिरे अजहर की गांव वालों ने पिटाई कर दी। भागे युवकों ने अजहर के घरवालों को इसकी सूचना दी तब वे लोग घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद अजहर को चितौड़गढ़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बाद में अजहर को उदयपुर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया लेकिन वो बच नहीं सका। अस्पताल से जब अजहर की लाश उसके गांव पहुंची तो उसके गांव बिछोर में तनाव फैल गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक लंबे समय से दो पक्षों में विवाद चल रहा था। आरोप है कि ये लोग लंबे समय से नदी से मछली पकड़ते थे और गंदगी वहीं मंदिर के पास छोड़ देते थे। इस वजह से दोनों पक्षों के बीच जबर्दस्त कहासुनी हुई थी।
अजहर के चाचा अफरोज खान ने बताया कि वह प्राइवेट बस में कंडक्टरी करता था जबकि उसके पिता सरकारी बस चलाते हैं।