नई दिल्ली – नेहरू परिवार के खिलाफ लगातार हमले कर रहे आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने भाजपा सांसद वरुण गांधी को लेकर बड़ा खुलासा किया है। मोदी ने लिखा कि कुछ साल पहले वरुण गांधी लंदन में उनके आवास पर आए और उन्होंने सोनिया गांधी के साथ सभी मामलों का निपटारा कर देने का आश्वासन दिया।
इस मामले ने वरुण गांधी ने सफाई दी है कि उन्होंने मोदी को किसी मदद की बात नहीं कही है। हालांकि, मोदी ने दावा किया कि वरुण गांधी उनके घर आए थे। इसके बाद मोदी ने पूछा कि क्या वरुण गांधी इस बात से इन्कार कर सकते हैं? वे शायद इन्कार करेंगे, लेकिन मैंने तमाम मुलाकातों का वीडियो रिकार्ड बना रखा है।
उन्होंने वरुण से यह भी पूछा है कि जब वे लंदन के रिट्ज होटल में ठहरे हुए थे, तो क्या उनसे मिलने उनके आवास पर नहीं आए थे? वरुण को बताना चाहिए कि उन्होंने अपनी चाची के बारे में क्या कहा था। एक विश्वविख्यात ज्योतिषी इसका गवाह है।
मोदी ने बताया कि वरुण चाहते थे कि मैं इटली में रह रहीं उनकी चाची की बहन से एक बार मिल लूं। इसके बाद एक कॉमन फ्रेंड के जरिये हमने उनसे संपर्क किया। मोदी ने बताया, ‘सोनिया की बहन ने काम कराने के बदले छह करोड़ डॉलर (करीब 360 करोड़ रुपए) की मांग की। इस पर मैंने कहा कि क्या पागलपन है?’
उल्लेखनीय है कि इससे पहले ललित मोदी ने प्रियंका और राबर्ट वाड्रा के साथ लंदन में अलग-अलग मुलाकातों का खुलासा किया था। मोदी के ताजा खुलासे से भाजपा की भी मुश्किल बढ़ सकती हैं, क्योंकि नेहरू परिवार के वरुण गांधी सुल्तानपुर से भाजपा के सांसद हैं।
उधर, इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने आईपीएल में वित्तीय अनियमितता और उसके पूर्व चेयरमैन ललित मोदी पर लगे आरोपों की जांच आगे बढ़ाने के लिए सिंगापुर और मॉरीशस से कानूनी सहायता मांगी है। अधिकारियों ने बताया कि ईडी ने अदालत से दो अनुरोध पत्र (एलआर) प्राप्त करने के लिए ‘कानूनी प्रक्रिया’ शुरू कर दी है।
इन अनुरोध पत्रों को 2009 में हुए आईपीएल के मीडिया अधिकार देने में कथित मनी लांड्रिंग की जांच के लिए दोनों देशों को भेजा जाएगा। इस मामले में दो आरोपी कंपनियां इन देशों में स्थित हैं। अनुरोध पत्र भेजे जाने से ईडी को उन कंपनियों के लेनदेन और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय करारों की अधिक जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी।