नई दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने नौकरियों में अगड़ी जाति के लोगों को भी आरक्षण देने की वकालत की है। अठावले ने कहा कि नौकरियों में अगड़ी जाति के गरीब लोगों को 25 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना चाहिए।
रामदास अठावले के मुताबिक, ऐसा करने से आरक्षण को लेकर चल रही बहस भी खत्म हो जाएगी। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, अठावले ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि नौकरियों में 75 प्रतिशत आरक्षण कर देना चाहिए जिसमें से 25 प्रतिशत अगड़ी जाति के गरीब लोगों के लिए हो। इतना ही नहीं अठावले ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात करने की बात कही।
अठावले ने कहा कि वह पीएम मोदी से बात करेंगे। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से इस बारे में बात करके कोई संशोधन करने की भी बात कही। अठावले ने यह बात मंगलवार (30 अगस्त) को कही।
खबर के मुताबिक, अठावले ने यह भी कहा कि आरक्षण का विरोध होने के बावजूद इसे कभी खत्म नहीं किया जा सकता। हालांकि, अठावले ने यह भी कहा कि वह आर्थिक स्तर पर कमजोर लोगों को आरक्षण देने के पक्ष में हैं। जैसे, गुजरात में पटेल और हरियाणा में जाट। फिलहाल SC, ST और OBC के लिए नौकरियों में कुल 49.5 प्रतिशत आरक्षण है। सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश दे रखा है कि इसे 50 प्रतिशत से कम ही रखा जाएगा।
हाल ही में बीजेपी सांसद उदित राज के बीफ वाले बयान का काफी लोगों ने विरोध किया था। उन लोगों में रामदास अठावले भी शामिल थे। अठावले ने मजाकिया लहजे में बताया था कि केवल बीफ खाने से ही सम्मान नहीं मिलता है। अठावले ने कहा था, ‘मैं बीफ नहीं खाता लेकिन मैं तो मंत्री बन गया।’ [एजेंसी]